
– सालाना कोटे से सिर्फ 1.5 इंच पीछे इंदौर
– आज भी अच्छी बारिश की संभावना
इंदौर। शहर (Indore) के आसमान पर पिछले कई दिनों से छा रहे बादल (Cloud) कल शाम से रात के बीच जमकर बरसे। इनसे शहर को सवा दो इंच (2.25 inches) पानी मिल गया। इसके साथ ही शहर का बारिश का कुल आंकड़ा 36 इंच (36 inches) पर पहुंच गया। मौसम विभाग ने आज भी शहर में अच्छी बारिश की उम्मीद जताई है।

विमानतल स्थित मौसम केंद्र के मुताबिक कल शाम से आज सुबह के बीच शहर में कुल 2.23 इंच बारिश दर्ज की गई। इसके साथ ही जून से शुरू हुए मानसून सीजन में अब तक कुल 36 इंच बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार इंदौर जिले का बारिश का औसत सालाना कोटा 37.5 इंच होता है। इंदौर अब इस आंकड़े से सिर्फ 1.5 इंच पीछे है। मौसम विभाग के अनुसार आज और अगले कुछ दिनों तक बारिश का दौर लगातार जारी रहेगा।
दिन में बढ़ा तापमान रात को गिरा
मौसम केंद्र के अनुसार कल सुबह से मौसम साफ था और दिन में तेज धूप थी। इसके कारण दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई। दिन का अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री रहा, जो सामान्य से 2 डिग्री और परसों की अपेक्षा 0.3 डिग्री ज्यादा था। वहीं शाम से शुरू हुई बारिश के बाद रात के तापमान में गिरावट आई। रात का न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री रहा, जो सामान्य, लेकिन परसों रात की अपेक्षा 1.8 डिग्री कम था। इस दौरान हवाओं की दिशा पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी रही। हवाओं की अधिकतम रफ्तार 56 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंची।
नवरात्रि में भी बारिश के आसार
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि नवरात्रि के दौरान भी शहर में बारिश देखने को मिलेगी। बारिश के कारण शहर में होने वाले गरबा आयोजन प्रभावित हो सकते हैं।
खेत लबालब… सोयाबीन की तैयार फसल हो रही खराब, किसान परेशान
लौटता मानसून जमकर बरस रहा है, उधर खेतों में सोयाबीन की फसल कटाई को तैयार है। कल जमकर हुई बारिश से खेत लबालब हो रहे हैं, जिससे फसल के दागी होने और उत्पादन में गिरावट की आशंका बनी हुई है।
तेज बारिश ने किसानों को परेशानी में डाल रखा है। एक ओर तो सोयाबीन फसल पककर कटाई की ओर है तो हार्वेस्टर मशीनों की कमी होने और 25 फीसदी सोयाबीन एक साथ एक समय में कटवाने की जद्दोजहद में किसान लगे थे। वहीं ऐन मौके पर कल दोपहर बाद से तेज बारिश का दौर शुरू हुआ, जो देर रात तक जारी रहा। इससे कई जगह खेतों में पानी भर गया। देपालपुर, सांवेर, बेटमा, गौतमपुरा, गोकलपुर, हातोद, महू, पीथमपुर के आसपास के किसान चिंता में हैं। अब दो दिन मशीन खेतों में चलेगी नहीं और इस बीच बारिश हो जाती है तो सोयाबीन के दागी होने से दाम कम मिलेंगे और उत्पादन पर भी असर होगा।
पहले ही 2 -3 बार बोवनी…पीले मोजेक का प्रकोप..
लसूडिय़ा के किसान दिलीपसिंह पवार ने बताया कि इस बार जून में सोयाबीन की बोवनी ज्यादातर किसानों ने दो या तीन बार की है, जिससे उनकी शुरुआत ही खराब हो गई थी। 3 सप्ताह पहले सोयाबीन में पीला मोजेक का प्रकोप लगा था और अब फसल पर बारिश का कहर बना हुआ है। किसानों को फसल बीमा के लिए सर्वे की दरकार है। मेठवाड़ा के सरपंच महेश हाड़ा ने बताया कि फसल नुकसानी के लिए पटवारी को एक बार एसडीएम ने भेजा था, लेकिन बीमा कंपनी के अधिकारी नहीं आने से पुख्ता कार्रवाई लंबित है।
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