नई दिल्ली। चौतरफा बढ़ती महंगाई (all-round rising inflation) की मार से परेशान आम लोगों के लिए अच्छी खबर है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) गवर्नर (Reserve Bank of India (RBI) Governor) शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने भरोसा जताया है कि वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी छमाही में महंगाई क्रमिक रूप से नरम पड़ेगी।
शक्तिकांत दास ने यहां कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आरबीआई महंगाई को काबू में रखने के लिए मौद्रिक उपाय जारी रखेगा, ताकि मजबूत और स्थाई वृद्धि हासिल किया जा सके। दास ने कहा कि इस समय आपूर्ति का आउटलुक अनुकूल दिखाई दे रहा है। ऐसे में हमारा आकलन है कि वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी छमाही में महंगाई धीरे-धीरे कम हो सकती है।
आरबीआई गवर्नर ने अपने संबोधन में कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने अपनी अप्रैल और जून की बैठकों में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए मंहगाई दर के अपने अनुमान को संशोधित कर 6.7 फीसदी कर दिया है। हालांकि, खुदरा महंगाई दर मई महीने में 7.04 फीसदी रही थी, जो अप्रैल महीने में 7.79 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई थी। दरअसल, देश में थोक और खुदरा महंगाई की दर इस साल की शुरुआत से ही आरबीआई की तय सीमा के ऊपर बनी हुई है। रिजर्व बैंक इस पर काबू पाने के लिए दो किस्तों में रेपो रेट में 0.90 फीसदी का इजाफा कर चुका है। (एजेंसी, हि.स.)
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