भोपाल। कोरोना संक्रमण के खतरे का असर इस बार त्योहारों पर भी दिख रहा है, लेकिन मां दुर्गा के भक्तों की श्रद्धा और उनका उत्साह ये महामारी भी नहीं डिगा पाई। राजधानी की गलियों के पंडाल से लेकर मंदिरों के आंगन में मातारानी के जयकारे गूंज रहे हैं। अधिकांश गली-मोहल्लों में मां दुर्गा की छोटी-छोटी प्रतिमाएं विराजी हैं। इन पंडालों में सुबह-शाम तक श्रद्धालुओं की भीड़ लग रही है। खास बात यह है कि इस दौरान अधिकांश जगहों पर कोरोना से बचने की जागरूकता दिखती है। कई पंडालों में लोगों को मास्क लगाकर ही अंदर जाने दिया जा रहा है तो कई जगह ऐसी भी हैं, जहां शाम के समय लापरवाही नजर आती है। दूसरी ओर देवी मंदिरों में भी नवरात्र पर दरबार सजे हैं। शारदीय नवरात्र में घर-घर घटस्थापना होने से चारों और भक्तिमय माहौल नजर आ रहा है।
मूर्तियों के विसर्जन की तैयारी शुरू
उधर, राजधानी में जिला प्रशासन ने मूर्तियों के विसर्जन की तैयारी भी शुरू कर दी है। खटलापुरा घाट में तीन स्तर पर बैरिकेडिंग की जा रही है। लाइफ जैकेट और सुरक्षा के अन्य इंतजाम करने के लिए होमगार्ड के अधिकारी तैनात रहेंगे। विसर्जन स्थलों में वॉच टॉवर से निगरानी की जाएगी। साथ ही जवान तैनात रहेंगे। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी दिलीप यादव ने लोक निर्माण विभाग और नगर निगम के अधिकारियों को तैयारी करने का निर्देश दिया है। एसडीएम जमील खान ने बताया कि मूर्ति विसर्जन की समस्त व्यवस्था नगर निगम के द्वारा की जा रही है। समिति द्वारा लाई गई मूर्तियों को नगर निगम विसर्जन कराएगा। समिति के सदस्यों द्वारा पूजन के बाद मूर्तियों को नगर निगम प्राप्त करेगा और समस्त विधि विधान से विसर्जन करेगा। छोटी और माध्यम आकार की मूर्तियां को कुंड में विसर्जित किया जाएगा। 24 घंटे अनाउंसमेंट और लाइट की व्यवस्था करने के निर्देश भी नगर निगम को दिए गए हैं।