बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा का विरोध किया है। गणतंत्र दिवस पर किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली। इस दौरान किसान प्रदर्शनकारी दिल्ली के लाल किले में पहुंच गए और वहां अपना धार्मिक झंडा फहराया। इस बीच कंगना ने अपना एक वीडियो शेयर कर कहा कि लाल किले पर खालिस्तानी झंडा फहराया गया है। अब कंगना के इस बयान पर विवाद छिड़ सकता है।
वीडियो में कंगना रनौत कहती हैं, ”दोस्तों, हम देख रहे हैं कि कैसे आज गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर हमला किया गया। वहां पर खालिस्तानी का झंडा लहराया गया। हमारा देश कोरोना से लड़ाई में जीत रहा है। हम पूरे विश्व का प्रितिनिधित्व कर रहे हैं। वैक्सीन ड्राइव के मामले में हम दूसरे देशों का भी प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। आज हम इस चीज को सेलिब्रेट कर सकते थे। हम लोगों के लिए एक साल काफी मुश्किल रहा, लेकिन आप देख रहे है कि सारे देश को हिलाकर रख दिया गया है।
Sick and tired of riots and blood bath almost every month , Delhi, Bangalore and now again Delhi #दिल्ली_पुलिस_लठ_बजाओ #RedFort pic.twitter.com/pWhXtOrqkx
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) January 26, 2021
कंगना ने आगे कहा कि जिस तरह की लाल किले से तस्वीरें आ रही हैं वह काफी हैरान करने वाला है। जो खुद को किसान कह रहे हैं ये आतंकी इन लोगों को जो प्रोत्साहन दे रहे हैं। ये सरे आम हो रहा है। यह सबके सामने ये तमाशा हो रहा है। आज दुनिया में हम मजाक बनकर रह गए हैं। हमारी कुछ भी इज्जत नहीं रही है। यह देश जब आगे जाता है तो 10 कदम खींचकर इसे वापस लाया जाता है। जो इस तथाकथित किसान आंदोलन को सपोर्ट कर रहा है उन सबको जेल में डालो। उनके सारे संसाधन छीने जाए। मजाक बनकर रह गया है यह देश।
मंगलवार को किसानों ने प्रदर्शन के दौरान लाल किले पर अपना धार्मिक ध्वज निशान साहिब फहराया गया। सिख धर्म में निशान साहिब को बहुत पवित्र माना जाता है। यह पीले रंग का झंडा कपास या फिर रेशम के कपड़े का बना होता है। झंडे के बीच में खंडा चिन्ह होता है, जो कि नीले रंग से बना होता है। सिख समुदाय में निशान साहिब का बहुत सम्मान किया जाता है।
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