
लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव(UP assembly elections) अपने शबाब पर है। चुनाव में अवैध संपत्ति के इस्तेमाल को रोकने के लिए सरकार लागतार कार्रवाई कर रही है। आयकर विभाग ने यूपी के कानपुर में चांदी व्यापारी, जौनपुर के सराफा कारोबारी और नोएडा और गाजियाबाद(Noida and Ghaziabad) में पूर्व आईपीएस के घर सर्च अभियान चलाया। आयकर विभाग ने कानपुर में जब चांदी व्यापारी (silver merchant) के चार प्रतिष्ठानों पर छापा मारा तो इतनी सारी चांदी देखकर अफसर की आंखें चुधिया गई। कमरे में चांदी के बने बर्तनों और सिल्लियों चकाचौंध देखकर अफसर हैरान रह गए। जौनपुर में कीर्ति कुंज फर्म और गहना कोठी ज्वेलर्स के यहां हुई कार्रवाई से हड़कंप मच गया। ऐसा माना जा रहा है कि बेहिसाब संपत्ति का इस्तेमाल चुनाव में किया जा रहा है।
कानपुर में चांदी से चौंधी अफसरों की आंखें
कानपुर (Kanpur) में रविवार को ओवर स्टॉक की सूचना पर इनकम टैक्स ने केएस बुलियन और केदारनाथ श्री किशन फर्म के मालिक बॉबी अग्रवाल के चौक सराफा स्थित शोरूम-कारखाने में कार्रवाई की। इस कार्रवाई में चांदी के बर्तन और सिक्कों का बड़े पैमाने पर ओवर स्टॉक मिला। आयकर विभाग के अफसरों ने स्टॉक का मिलान किया। इसके अलावा बड़े पैमाने पर दस्तावेज, कंप्यूटर, लैपटॉप और हार्ड ***** जब्त की गई है। यह फर्म आजादी के पहले से पंजीकृत है।
जौनपुर में मचा हड़कंप
लखनऊ से गई आयकर विभाग की टीम ने सोमवार सुबह जौनपुर के एक बड़े सर्राफा प्रतिष्ठान कीर्ति कुंज फर्म के एमडी नन्हे लाल सेठ के घर और ऑफिस के साथ गहना कोठी ज्वेलर्स में छापा मारा। अफसर दोनों शोरूम में जांच पड़ताल में जुटे हैं। इस छापे के बाद व्यापारियों में हड़कंप मच गया है।
चुनाव में अवैध संपत्ति का प्रयोग
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यूपी के बड़े इत्र कारोबारियों पर कार्रवाई की गई। जिसमें पीयूष जैन, मोहम्मद याकूब मलिक और पुष्पराज जैन के घर से छापेमारी के दौरान अथाह दौलत और करोड़ों का सोना मिला। ऐसा माना जा रहा है चुनाव के वक्त ऐसे बड़े कारोबारी अपनी अवैध संपत्ति से राजनीतिक दलों की मदद करते हैं।
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