नई दिल्ली (New Delhi.)। ‘वारिस पंजाब दे’ (vaaris panjaab de) का मुखिया और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस का तलाशी अभियान जारी है। इस बीच खालिस्तान समर्थकों (khalistan supporters) ने राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में भारतीय तिरंगे को हटाकर खालिस्तानी झंडा लगाने की धमकी दी है।
बता दें कि खालिस्तानी समर्थक ने कहा कि वह प्रगति मैदान को टेकओवर कर लेंगे और भारत के झंडे को नीचे गिरा देंगे। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह अमित शाह बारे में भी आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है। इस मामले में धमकी भरा ऑडियो एक यात्री के पास भेजा गया है! इसके बाद दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है!
दिल्ली पुलिस से एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जब वह वाया फ्लाइट मुंबई से दिल्ली पहुंचा तो एयरपोर्ट पर उतरते ही उसके फोन पर पहले से रिकॉर्ड ऑडियो मैसेज रिसीव हुआ, जिसमें भारतीय झंडे को हटाकर खालिस्तानी झंडा लगाए जाने की धमकी दी गई थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल यूनिट ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
ऑडियो में कथित खालिस्तानी समर्थकों ने प्रगति मैदान पर कब्जा करने और भारत के राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ को नीचे उतारने की धमकी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के लिए भी अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया है।
दिल्ली के प्रगति मैदान में ही सितंबर में जी-20 की बैठक होने वाली है. इसके लिए अधिकारी युद्ध स्तर पर तैयारी में जुटे हुए हैं. ऐसे में खालिस्तानी समर्थकों की धमकी वाले ऑडियो को बेहद ही गंभीरता से लिया जा रहा है।
विदित हो कि पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ अभियान शुरू किया था। उस दौरान अमृतपाल फरार हो गया था। उसे पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस का तलाशी अभियान चल रहा है। इस दौरान 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें से 30 के खिलाफ ठोस आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने की जानकारी है।
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