नई दिल्ली। महान गायिका लता मंगेशकर (Singer Lata Mangeshkar) का रविवार सुबह निधन हो गया। इसके बाद शाम को ही पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार (funeral with state honors) कर दिया गया। मुंबई के शिवाजी पार्क में पूरे राजकीय सम्मान के साथ लता मंगेशकर(Lata Mangeshkar) को आखिरी विदाई दी गई। उनके निधन से हर कोई सदमे में हैं। ‘लता दीदी’ के नाम से मशहूर लता मंगेशकर(Lata Mangeshkar) क्रिकेट की बहुत बड़ी फैन(big fan of cricket) थीं। क्रिकेट को लेकर वह अकसर अपने सोशल मीडिया अकाउंट से मैच या उससे जुड़ी खबरों के बारे में पोस्ट करती रहती थी। क्रिकेट खेल से लता मंगेशकर(Lata Mangeshkar) का कुछ खास लगाव था।
बहुत ही कम लोगों को पता होगा कि साल 2011 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले सेमीफाइनल मैच (match against pakistan) को लेकर लता मंगेशकर ने भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के लिए उपवास (Fasting) भी रखा था। उनकी यह प्रतिज्ञा काम आ गई और भारत ने पाकिस्तान को 29 रन से पीटकर फाइनल में जगह बनाई थी। उस मैच में लता दी की चहेते क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने 85 रनों की शानदार पारी खेली थी। मोहाली में खेले गए इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 260 रन का स्कोर बनाया और फिर पाकिस्तान को एक गेंद शेष रहते 231 रन पर ढेर कर दिया था। भारतीय टीम के मैच जीतने के बाद ही तला दी ने अपना उपवास खत्म किया था।
Namaskar M S Dhoni ji.Aaj kal main sun rahi hun ke Aap retire hona chahte hain.Kripaya aap aisa mat sochiye.Desh ko aap ke khel ki zaroorat hai aur ye meri bhi request hai ki Retirement ka vichar bhi aap mann mein mat laayiye.@msdhoni
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) July 11, 2019
लता मंगेशकर ने उस मैच के बाद कहा था, ‘ मैंने पूरा मैच देखा और मैं बहुत तनाव में थी। जब भारत खेल रहा होता है तो मेरे परिवार में हर कोई किसी न किसी तरह चीजें करता है। मैंने, मीना और उषा ने मैच के दौरान कुछ भी नहीं खाया।’
लता मंगेशकर जी पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी की बहुत बड़ी फैन थीं। भारत जब 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारकर बाहर हो गया था तो ऐसी खबरें थी कि धोनी अब जल्द ही क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। यह खबर सुनकर लता जी परेशान हो गईं और उन्होंने धोनी के लिए ट्विटर पर एक ट्वीट किया।
इसमें लता दी ने लिखा, ‘प्रिय धोनी जी, मैं इन दिनों सुन रही हूं कि आप खेल से संन्यास लेना चाहते हैं। कृपया इसके बारे में न सोचें। देश को आपकी और आपके योगदान की जरूरत है। कृपया खेल से संन्यास लेने का विचार भी न लाएं।’ धोनी ने तब संन्यास नहीं लिया था लेकिन एक साल बाद ही उन्होंने संन्यास की घोषणा की थी।