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Covid-19 से गंवाई थी जान, दिल्‍ली सरकार ने दी एक करोड़ की आर्थिक मदद

नई दिल्‍ली। दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत (Kailash Gahlot) ने नजफगढ़ में कोविड योद्धा जग परवेश डागर (COVID warrior Jag Parvesh Dagar) के परिवार को दिल्ली सरकार की ओर से एक करोड़ रूपये की सहायता राशि का चेक सौंपा। दिल्ली के नजफगढ़ निवासी जगपरवेश डागर, चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद चरक संस्थान, खेरा दरबार में लैब टेक्नीशियन थे, जिनकी जून 2020 में कोविड -19 से मृत्यु हो गई थी। उनके परिवार में पिता, पत्नी और दो बच्चे हैं।

उन्होंने 2012 में लैब तकनीशियन के पद पर अनुबंध के आधार पर सेवा ज्वाइन किया था। राजस्व मंत्री कार्यालय की ओर से इस बात की जानकारी दी गई। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मृतक की पत्नी और पिता के नाम से अनुग्रह राशि के भुगतान को मंजूरी दी थी।

दिल्ली सरकार ने पिछले वर्ष वैसे सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए 1 करोड़ रूपये की वित्तीय सहायता राशि की घोषणा की थी जिनकी मृत्यु ड्यूटी के दौरान कोविड संक्रमित होने के बाद हो गई। मृतक के पिता बलजीत सिंह ने चेक प्राप्त करने के बाद इस संकट की घड़ी में परिवार की मदद करने के लिए मंत्री और दिल्ली सरकार को धन्यवाद दिया।


कैलाश गहलोत ने परिवार को आश्वासन दिया कि दिल्ली सरकार उन सभी परिवारों के लिए चिंतित हैं जिन्होंने महामारी के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया है। उन्होंने उनके परिवार को भविष्य में किसी भी प्रकार की सहायता का भी आश्वासन दिया। जग परवेश डागर के परिवार को चेक देते हुए , उन्होंने कहा “हमें उन सभी कोविड योद्धाओं पर गर्व है जिन्होंने इस संकट की घड़ी में अपनी सेवा प्रदान की।

इन योद्धाओं के नि:स्वार्थ सेवा के फलस्वरूप ही दिल्ली कोरोना महामारी से लड़ पाने में सक्षम हो पाई और हम लोगों की जान बचा सकें। इस दुःख के क्षण में मैं ईश्वर से पूरे परिवार को हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूँ।”

इससे पहले दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने 23 मई रविवार को बताया कि उनके विभाग ने कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान हर ‘पैरा-ट्रांजिट’ वाहन चालक को पांच-पांच हजार रुपए की एकमुश्त सहायता देने की योजना के तहत 1।5 लाख से अधिक मामलों को मंजूरी दी।

राजस्व मंत्री कार्यालय के मुताबिक दिल्‍ली परिवहन विभाग ने 1,55,301 मामलों को मंजूरी दे दी है और सोमवार शाम से ‘पैरा ट्रांजिट’ वाहनों के चालकों / मालिकों को उनके आधार से जुड़े बैंक खातों में ‘पांच-पांच हजार रुपए वित्तीय सहायता मिलनी शुरू हो जाएगी।’ इस महीने की शुरुआत में दिल्ली सरकार ने एकमुश्त वित्तीय सहायता की इस योजना में ई-रिक्शा मालिकों को भी कवर करने का फैसला किया था। इस फैसले से दिल्ली में पंजीकृत ई-रिक्शा के मालिकों और ‘पैरा-ट्रांजिट’ वाहनों के 60,000 से अधिक परमिट धारकों को लाभ मिलने की उम्मीद है।

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