
नई दिल्ली. आज की तेज रफ्तार जिंदगी में ऑनलाइन ऑर्डर (online orders) और तुरंत डिलीवरी (Delivery) हमारी रोजमर्रा की आदत बन गई है. कभी सब्जी खरीदने बाजार जाना पड़ता था, किराने के लिए दुकान पर लंबी लाइन लगानी पड़ती थी और नाश्ते के लिए रेस्टोरेंट तक पैदल या गाड़ी से जाना होता था. लेकिन अब सिर्फ एक मोबाइल ऐप (Mobile App) खोलते ही दूध से लेकर दवा और पिज्जा से लेकर पिन तक सब कुछ घर के दरवाजे पर मिल जाता है. 15 मिनट डिलीवरी” या “सेम डे डिलीवरी” जैसी सुविधाओं ने हमारी सोच ही बदल दी है. अब हमें लगता है कि हर चीजें तुरंत मिलनी चाहिए. धीरे-धीरे यह हमारी लाइफस्टाइल का हिस्सा बन गया है.
लेकिन इस सुविधा के साथ एक सच्चाई भी जुड़ी है- सुविधा का मतलब हमेशा सटीकता नहीं होता. जल्दी-जल्दी पैकिंग और डिलीवरी के चक्कर में कभी गलत सामान आ जाता है, कभी क्वालिटी उम्मीद के मुताबिक नहीं होती, और कभी डिलीवरी एड्रेस ही गलत निकल जाता है. ऐसे में हमें झुंझलाहट भी होती है, क्योंकि हमने “सब कुछ परफेक्ट और फटाफट” की उम्मीद पाल ली है. ऐसी ही एक एक्स यूजर विनीत ने एक “स्विगी हॉरर स्टोरी” (Swiggy Horror Story) शेयर की.
गलत ऑर्डर से यूजर परेशान
यूजर ने लिखा, मैंने “चांदी के सिक्के ऑर्डर किए, मैगी और हल्दीराम के पैकेट मिले. पूरे ऑर्डर में एक पाउच सीलबंद था. डिलीवरी बॉय ने कहा कि हम उसे नहीं खोल सकते, या तो पूरा ऑर्डर ले लो या कैंसिल कर दो. कस्टमर केयर में 40 मिनट बात करने के बाद, ऑर्डर खोला और सिर्फ पाउच लेना पड़ा. बाकी सारा सामान डिलीवरी पार्टनर ने वापस ले लिया – कहा कि अगर वापस नहीं कर सकते तो इसे खा लो. मैंने ऑर्डर नहीं किया था, इसलिए मुझे वो सामान नहीं चाहिए. जो चांदी मिली, वो कम शुद्धता वाली 925 स्टर्लिंग चांदी थी, जबकि ऑर्डर 999 स्टर्लिंग चांदी का था. कम शुद्धता, गलत ऑर्डर, स्विगी ने बहुत बड़ी गड़बड़ी की.”
Swiggy Horror story … ‼️
Ordered silver coins, got Maggi and Haldiram packets.
There is one pouch in entire order which is sealed. Delivery guy told we can’t open it, either I take entire order or cancel it
Spent 40mins with customer care, opened and had to take the order… pic.twitter.com/yN79rFyr3x
— Vineeth K (@DealsDhamaka) September 27, 2025
बाद में डिलीवर हुआ सही ऑर्डर
पोस्ट वायरल होने के बाद, विनीत ने एक अपडेट शेयर किया, जिसमें बताया गया कि स्विगी ने बाद में सही ऑर्डर डिलीवर कर दिया. ज्यादातर सिक्के ऑर्डर के अनुसार 999 शुद्धता के निकले, लेकिन दो सिक्के अभी भी 925 शुद्धता के थे. उन्होंने आगे कहा, “दो सिक्कों को छोड़कर, बाकी सब 999 शुद्धता के हैं,” और एक बार फिर स्विगी इंस्टामार्ट को टैग करके बाकी गलती सुधारने का का अनुरोध किया.
सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल
विनीत की पोस्ट जल्द ही वायरल हो गई, X पर लगभग चार लाख बार देखा गया और ढेरों कमेंट्स आए. एक यूजर ने लिखा, “सामान्य नियम: अगर आप ऑनलाइन सोना या चांदी मंगवाते हैं, तो बाद में रोएं नहीं.” एक अन्य ने खरीदारी के पीछे के तर्क पर सवाल उठाते हुए लिखा, “आखिर कोई समझदार इंसान इंस्टेंट डिलीवरी ऐप से चांदी जैसी महंगी चीज़ क्यों मंगवाएगा? क्यों?” एक तीसरे ने कमेंट कर लिखा-, “आपने खुद ही यह मुसीबत मोल ले ली. कोई स्विगी से चांदी के सिक्के क्यों मंगवाएगा?”
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