नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में ग्रहों के राशि परिवर्तन का विशेष महत्व है। मंगल ग्रह ने 13 नवंबर की रात्रि 8 बजकर 38 मिनट पर वक्री अवस्था में ही वृषभ राशि में प्रवेश कर लिया हैं। मंगल का वृष राशि (Taurus) में आना और अगले करीब 5 महीनों तक संचार करना बेहद महत्वपूर्ण (important) माना जा रहा है। मंगल वृष राशि में 12 जनवरी को मार्गी होंगे फिर 12 मार्च को मिथुन राशि (Gemini) में आएंगे। ऐसे में मंगल इस गोचर के दौरान कई प्रतिकूल घटनाओं को घटित करवा सकते हैं। मंगल के इस गोचर से कई राशियों पर प्रतिकूल असर भी दिखेगा। देखिए मंगल का वृष राशि में आना किन-किन राशियों के लिए प्रतिकूल फलदायी रहेगा।
मेष राशि-
राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव काफी मिलाजुला रहेगा। आर्थिक (financial) रूप से उन्नति होगी किंतु पारिवारिक मतभेद बढ़ेगा अलगाववाद (separatism) की स्थिति उत्पन्न ना होने दें। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा दिया गया धन आपके अति आवश्यक समय पर नहीं मिलेगा। कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी।
वृषभ राशि-
आपकी राशि में वक्री अवस्था (curvilinear condition) में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। इस राशि के लिए मंगल वैसे भी नुकसानदेय होते हैं फिर भी अपनी जिद और आवेश को नियंत्रित रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। यात्रा सावधानीपूर्वक करें। वाहन दुर्घटना से बचें। प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लानेके लिए और प्रयास करने होंगे। शादी-विवाह से संबंधित वार्ता में थोड़ा और समय लगेगा।
मिथुन राशि-
राशि से बारहवें भाव में गोचर करते हुए मंगल काफी भागदौड़ और खर्च का सामना करवाएंगे। आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे। इस अवधि के मध्य किसी भी तरह के कर्ज के लेनदेन से बचना समझदारी रहेगी। यात्रा देशाटन से लाभ भी मिलेगा। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए प्रयास करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से ग्रहफल अनुकूल रहेगा। शत्रु परास्त होंगे। कोर्ट कचहरी के मामलों में भी निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत।
कर्क राशि-
राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए मंगल कई तरह के अप्रत्याशित उतार चढ़ाव का सामना करवाएंगे। आय के साधन तो बढ़ेंगे लेकिन कई बार भावनाओं में बहकर लिया जाए निर्णय नुकसानदेय रहेगा। परिवार की वरिष्ठ सदस्यों से मतभेद बढ़ने न दें। शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। चुनाव से संबंधित कोई निर्णय लेना चाह रहे हो तो सफलता के योग है। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति और प्रभाव के भी योग हैं।
सिंह राशि
राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव बेहतरीन रहेगा। कार्यक्षेत्र में कहीं न कहीं विवाद रहेगा फिर भी सफलताओं के दृष्टि से समय उत्तम रहेगा। माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। सरकारी विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। किसी भी तरह के टेंडर आदि का आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से ग्रह फल और अनुकूल रहेगा। मित्रों तथा संबंधियों से अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग है। मकान अथवा वाहन का क्रय कर सकते हैं।
कन्या राशि-
राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए मंगल धर्म और अध्यात्म में तो रुचि बढ़ाएंगे किंतु कहीं न कहीं कार्य बाधा भी देंगे। हताश होने की आवश्यकता नहीं अंततः आप सफल रहेंगे। लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। अपने साहस के बल पर नई योजनाओं को भी क्रियान्वित करने में सफल रहेंगे। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी।
तुला राशि-
राशि में अष्टम आयु भाव में वक्री अवस्था में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता विशेष करके स्वास्थ्य पर तो प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्रकारी आपके खिलाफ कुछ न कुछ करते रहेंगे। इसलिए हर कार्य तथा निर्णय बहुत सावधानी पूर्वक करने की आवश्यकता है। पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद और गहरा सकता है। यात्रा सावधानी पूर्वक करें। वाहन दुर्घटना से बचें। इस अवधि के मध्य कर्ज के लेन-देन से भी बचें।
वृश्चिक राशि-
राशि से सप्तम दाम्पत्य भाव में गोचर करते हुए वक्री मंगल का प्रभाव कार्य व्यापार की दृष्टि से तो उत्तम रहेगा किंतु दांपत्य जीवन में कड़वाहट आ सकती है। विवाह संबंधी वार्ता में थोड़ा और समय लेगा। ससुराल पक्ष से भी मतभेद गहरा सकता है। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में किसी भी तरह के टेंडर के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से ग्रहफल अनुकूल रहेगा। जमीन जायदाद संबंधी विवाद हल होगा। मकान अथवा वाहन के क्रय का योग बन है।
धनु राशि-
राशि से छठे शत्रु भाव में वक्री मंगल आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। हर तरह से लाभ मार्ग प्रशस्त होगा। यात्राओं की अधिकता रहेगी और अधिक खर्च के कारण आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा वीजा आदि के लिए आवेदन करना सफल रहेगा। आय के साधन बढ़ेंगे। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। इस अवधि के मध्य उधार देने से बचें अन्यथा वह धन समय पर नहीं मिलेगा।
मकर राशि-
राशि से पंचम विद्या भाव में वक्री मंगल कई तरह के अप्रत्याशित परिणाम का सामना करवाएंगे। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए तो इनका गोचर बेहद अनुकूल रहेगा विशेष करके इंजीनियरिंग और साइंस के छात्रों के लिए तो इनका प्रभाव किसी वरदान से कम नहीं है। संतान संबंधी चिंता परेशान करेगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी इसलिए अपने कार्य-व्यापार पर ध्यान दें।
कुंभ राशि-
राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए मंगल सफलताओं के बावजूद कहीं न कहीं पारिवारिक कलह और मानसिक अशांति का सामना करवाएंगे। मित्रों तथा संबंधियों से भी अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग। यात्रा सावधानीपूर्वक करें। वाहन दुर्घटना से बचें। सामान चोरी होने से भी बचाएं। जमीन जायदाद संबंधी विवाद हल होगा। वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा। माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। विवादित मामले कोर्ट से बाहर ही सुलझाएं।
मीन राशि-
राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव साहस की वृद्धि तो करेगा किंतु परिवार के सदस्यों विशेष करके छोटे भाइयों से मतभेद गहराएगा। अपनी ऊर्जाशक्ति और साहस के बल पर कठिन परिस्थितियों पर भी आसानी से विजय प्राप्त कर लेंगे। कार्य व्यापार में उन्नति होगी। सामाजिक संस्थाओं में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान पुण्य भी करेंगे। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। विदेशी नागरिकता के लिए प्रयास करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल है।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए है हम इसकी जांच का दावा नहीं करते हैं. इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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