img-fluid

महाकाल मंदिर पहुंचकर मिर्ची बाबा ने की CM शिवराज को हटाने की मांग, प्रार्थना का वीडियो वायरल

September 09, 2023

उज्‍जैन (Ujjain) । मिर्ची बाबा (Mirchi Baba) उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर (Mahakaleshwar Jyotirlinga Temple) पहुंचे और भगवान महाकाल के दर्शन किए. इस दौरान उन्होंने ऐसी प्रार्थना की जो चुनाव (Election) से पहले सियासी पारा हाई कर सकती है. दरअसल, मिर्ची बाबा उर्फ वैराज्ञानंद स्वामी ने मंदिर में जोर-जोर से प्रार्थना करते हुए सीएम शिवराज (CM Shivraj) की सरकार को मध्य प्रदेश से हटाने की मांग की. इसकी वीडियो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

पंचायती मंडलेश्वर का महामंत्री स्वामी वैराज्ञानंद गिरी महाराज ने मीडिया से बात करते हुए शिवराज सरकार की शिकायत की. उन्होंने बताया कि महाकाल से आज रो-रोकर उन्होंने शिकायत की है. उनका कहना है, ‘मिर्ची बाबा गौ माता को देशमाता बनाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. कलेक्टर से बात करते हैं, एसडीएम से बात होती है. सभी भोपाल से मुझे दर्शन करने के लिए बुलाते हैं. इसके बाद भी महाकाल आता हूं तो इसलिए रोक दिया जाता है क्योंकि मैं गौमाता को राष्ट्रीय माता बनाने की मांग कर रहा हूं.’


‘कमलनाथ का समर्थन करने पर मंदिर में नहीं आने देते’
मिर्ची बाबा ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें मंदिर में आने से इसलिए रोक दिया जाता है क्योंकि वो कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने की बात कहते हैं. इसलिए इन लोगों ने उनकी पीठ पर कांग्रेस का निशान लगा दिया है जबकि संत केवल सनातन धर्म का है.

बीजेपी पर लगाया संतों पर अत्याचार करने का आरोप
मिर्ची बाबा ने कहा, ‘मैंने महाकाल में उस वक्त आवाज उठाई थी जब यहां पैसे लिए जाते थे. मैं वो संत हूं जब विजयवर्गीय आकर अंदर दर्शन करते हैं, उन्हें रोका नहीं जाता है और मुझे रोक दिया जाता है. ये पूरे भारतवर्ष का अपमान करने वाली सरकार आज संतों को रोक रही है. संतों को रुला रही है और झूठे केस में फंसा रही है. इसके लिए महाकाल उन्हें दंडित करेगा और मध्य प्रदेश की इस सरकार को उखाड़ फेंकेगा.’

Share:

  • 90 दिन में संभव नहीं तो 120 दिनों के भीतर कराएं आम चुनावः बिलावल भुट्टो

    Sat Sep 9 , 2023
    इस्लामाबाद (Islamabad)। पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने शुक्रवार को आह्वान किया कि यदि देश में संवैधानिक रूप से अनिवार्य 90 दिनों के भीतर चुनाव संभव नहीं हैं तो 120 दिनों के अंदर शीघ्र चुनाव कराए जाएं। नेशनल असेंबली (National Assembly) को नौ अगस्त को भंग कर दिया […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved