
छिंदवाड़ा । मध्य प्रदेश कांग्रेस (Madhya Pradesh Congress) के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बुधवार को छिंदवाड़ा जिले (Chhindwara district) में किसान बचाओ रैली (Save Farmers Rally) का आयोजन किया, इस दौरान उस वक्त एक बेहद चौंकाने वाला दृश्य दिखाई दिया, जब पार्टी नेताओं ने प्रतीक के तौर पर कुत्ते (Dogs) को ज्ञापन दे दिया और इसकी वजह उन्होंने छिंदवाड़ा कलेक्टर के नहीं आने को बताया। इस बारे में पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए जानकारी दी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की मोहन यादव सरकार की तरह ही यहां की नौकरशाही भी घमंड में जी रही है। इसी वजह से कलेक्टर कांग्रेस नेताओं का ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे, ऐसे में उन्होंने प्रतीक के तौर पर कुत्ते को ज्ञापन देने की बात कही।
इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए पीसीसी प्रमुख जीतू पटवारी लिखा, ‘अहंकार में डूबी मोहन सत्ता के साथ नौकरशाही भी दंभ में जी रही है! यही वजह है कि छिंदवाड़ा कलेक्टर के नहीं आने पर, प्रतीक के तौर पर कुत्ते को ज्ञापन देना पड़ा!’
वहीं नेता प्रतिपक्ष ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘गूंगी बहरी सरकार को जागना होगा। आज छिंदवाड़ा में कांग्रेस किसानों के हित में शांतिपूर्ण आंदोलन कर ज्ञापन सौंपने की कोशिश की मगर कलेक्टर के नहीं मिलने पर, प्रतीकात्मक रूप से ज्ञापन देना पड़ा!’
एक अन्य पोस्ट में पटवारी ने लिखा, ‘मप्र के किसान संघर्ष/परेशानियों के सबसे गंभीर दौर में दाखिल हो चुके हैं, लेकिन बेफिक्र मोहन सरकार करप्शन और कमीशन को अपना मिशन बनाए बैठी है! कांग्रेस किसानों की समस्याओं पर चुप नहीं बैठ सकती! हम हर मोर्चे पर प्रदेश सरकार से लड़ेंगे।’ रैली में बोलते हुए पटवारी ने कहा, ‘किसान खेत में रो रहा है और मुख्यमंत्री भोपाल में सो रहा है।’
उधर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया पर आयोजन की जानकारी देते हुए लिखा, ‘छिंदवाड़ा में पूर्व सांसद श्री नकुलनाथ जी के द्वारा आयोजित ‘किसान बचाओ रैली’ में सम्मिलित होकर, विशाल संख्या में उपस्थित किसान भाइयों को संबोधित किया। अब खेतों में पसीना बहाने वाले अन्नदाताओं को और अधिक धोखा नहीं दिया जा सकता। उनका अपमान किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा!’
इस किसान आंदोलन में बोलते हुए सिंघार ने बताया, ‘मध्य प्रदेश की जनता की लड़ाई हम सब विधायक और कांग्रेस के कार्यकर्ता मिलकर लड़ रहे हैं। प्रदेश की सरकार ओबीसी आरक्षण पर गिरगिट की तरह रंग बदलती है। विधानसभा में मंत्री किसानों की खाद की समस्या पर झूठ बोलते हैं। वे कहते हैं कि पूरे प्रदेश के किसानों को खाद मिल रही है, जबकि सच्चाई इसके विपरीत है। प्रदेश में अवैध नशे का कारोबार बढ़ रहा है। रीवा में कोरेक्स को नशे के रूप में उपयोग किया जा रहा है। विडंबना यह है कि मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री स्वयं रीवा से आते हैं।’
नेता प्रतिपक्ष ने मध्य प्रदेश में भी वोट चोरी होने का आरोप लगाते हुए मोहन सरकार को वोट चोरी और फर्जी जनादेश से बनी सरकार बताया। उन्होंने कहा, ‘ढाई साल से ज़्यादा हो गए इस सरकार को, लेकिन यह सरकार केवल सपने दिखाने का काम करती है। मध्यप्रदेश में यह सरकार वोट चोरी और फर्जी जनादेश से बनी है। कल भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मैंने बताया कि प्रदेश में कैसे 16 लाख वोट बढ़ा दिए गए। प्रदेश की जनता चाहती थी कि कमलनाथ जी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बने, लेकिन भाजपा ने फर्जी जनादेश और वोट चोरी करके प्रदेश में सरकार बनाई। जो प्रमाण मैंने प्रस्तुत किए, उन पर न तो चुनाव आयोग और न ही भाजपा कोई जवाब नहीं दे पा रही है।’
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