नई दिल्ली। कोरोना संकट का खतरा कम होने के कारण घरेलू हवाई यात्रियों की मांग में अक्टूबर के मुकाबले नवंबर माह में 20.7 फीसदी की बढ़ोतरी रही। हालांकि, मांग में पिछले साल के मुकाबले भारी गिरावट आई है।
जानकारी के मुताबिक, पिछले साल नवम्बर माह के मुकाबले इस साल घरेलू हवाई यात्री की मांग में करीब 50.93% की गिरावट आई है। साल 2020 में नवंबर में घरेलू यात्रियों की संख्या 6.4 मिलियन रही, जबकि अक्टूबर में यह 5.3 मिलियन थी। इस साल अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में यात्रियों की संख्या में 20.7% की वृद्धि दर्ज की गई है।वहीं, साल 2019 नवंबर में यात्रियों की संख्या 12.9 मिलियन थी।
डीजीसीए की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर में लोड फैक्टर्स यानि कि (यात्री प्रति उड़ान) अक्टूबर की तुलना में अधिक थे। लोड फैक्टर के मामले में स्पाइसजेट 77.7 फीसदी के साथ सबसे टाॅप पर रही। वहीं, एयर इंडिया और एयर एशिया इंडिया क्रमश: 69.6 फीसदी और 66.3 फीसदी के साथ सबसे निचले पायदान पर रही।
बता दें कि लॉकडाउन में रोक के दो महीने बाद केंद्र सरकार ने 25 मई से घरेलू उड़ान सेवा शुरू करने की मंजूरी दी गई थी। उस वक्त एयरलाइंस को अधिकतम 33 फीसदी कैपेसिटी के साथ फ्लाइट्स ऑपरेट करने की छूट दी गई थी। इसके बाद मांग बढ़ने पर सरकार ने 26 जून को इस सीमा को बढ़ाकर 45 फीसदी और 2 सितंबर को 60 फीसदी कर दिया गया। इस समय 80 फीसदी कैपेसिटी के साथ फ्लाइट ऑपरेट हो रही है।
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