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इंदौर में अब पैड क्वारेंटाइन सेंटर भी खोले जाएंगे

July 29, 2020


इन्दौर। अभी तक शहर में नि:शुल्क क्वारेंटाइन सेंटर ही प्रशासन चला रहा था। अब इसके साथ पैड क्वारेंटाइन सेंटर भी शुरू किए जा रहे हैं। इसके साथ होटलों में भी पैड आइसोलेशन की सुविधा दी जा रही है, जहां पर ए सिम्टोमैटिक कोरोना मरीज ठहर सकेंगे। अभी ऐसी तीन होटलों ने इसके लिए सहमति दे दी है, जो कोविड केयर सेंटर के रूप में चिन्हित किए गए जा रहे हैं।
जब शहर में तेजी से कोरोना मरीज बढ़ रहे थे तब 45 क्वारेंटाइन सेंटर प्रशासन ने बनवाए, जो होटलों और मैरिज गार्डनों में थे, जहां पर 5 हजार से अधिक लोगों को अभी तक ठहराया गया और 14 दिन बाद घर भिजवा दिया। दरअसल पहले मुस्लिम बस्तियों और उसके बाद अन्य गरीब बस्तियों में भी कोरोना संक्रमण फैला। लिहाजा एक या दो कोरोना मरीज मिलने के बाद घर के सारे सदस्यों को क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा गया। ऐसे परिवारों में मकान भी छोटे और अलग से शौचालय और सेपरेेट रूम की भी व्यवस्था नहीं है, उन्हें इन सेंटरों पर भिजवाया। यहां पर ठहरने, खाने, रहने, नाश्ते की सारी सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध करवाई गई। अभी भी कुछ सेंटर चल रहे हैं, जिनमें रामकृष्णबाग, ज्ञानोदय विद्यालय और अन्य जगह कुछ लोगों को ठहराया गया है, लेकिन अब होम आइसोलेशन को बढ़ावा देने के साथ-साथ कुछ होटलों में भी पैड आइसोलेशन की सुविधा शुरू की जा रही है, ताकि जिन पॉजिटिव मरीजों में कोई लक्षण नहीं हैं और वे पूरी तरह स्वस्थ हैं वे 14 दिन होटल में भी ठहर सकते हैं। इसी तर्ज पर क्वारेंटाइन सेंटर भी पैड तैयार किए जा रहे हैं। अगर किसी घर में ज्यादा कोरोना पॉजिटिव निकले और उतनी व्यवस्था नहीं है तो वे पैड क्वारेंटाइन सेंटरों में भी ठहर सकते हैं। ऐसे सेंटरों की सूची कलेक्टर मनीष सिंह तैयार करवा रहे हैं और आज-कल में आदेश भी जारी हो जाएंगे। पिछले दिनों इंदौर आए अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने भी होटलों में पैड आइसोलेशन और पैड क्वारेंटाइन सेंटरों की सुविधा देने के निर्देश दिए थे। ये सेंटर भी होटलों में ही रहेंगे, जिनका किराया भी प्रशासन कम से कम तय करवा रहा है। अभी अस्पतालों में अधिक राशि चुकाना पड़ती है।
3 महीने के लिए होगा कोविड अस्पतालों का अनुबंध
केबिनेट में कई निर्णयों के अलावा कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज को लेकर भी महत्वपूर्ण निर्णय हुए। गरीबों का इलाज तो नि:शुल्क ही कराया जाएगा। वहीं निजी अस्पतालों के साथ तीन महीने का अनुबंध शासन करेगा और आवश्यकता पडऩे पर उसे बढ़ाया भी जा सकेगा। इंदौर में अभी अरविन्दो और इंडेक्स के साथ इस तरह का अनुबंध शासन ने किया है, जहां कोरोना मरीजों का इलाज नि:शुल्क हो रहा है।
वर्चुअल हुई मंत्रिपरिषद् की बैठक में मंत्रि-परिषद ने कोविड संक्रमित व्यक्तियों के इलाज की व्यवस्थाओं का अनुसमर्थन किया, जिसमें जन आरोग्य योजना के तहत भारत सरकार द्वारा निर्धारित पात्रता रखने वाले व्यक्तियों द्वारा मान्यता प्राप्त चिकित्सालयों में कोविड का इलाज कराने पर निर्धारित पैकेज के मान से आयुष्मान भारत निरामय मध्यप्रदेश द्वारा 40 प्रतिशत व्यय भार राज्य वहन करेगा। अस्पतालों को देय राशि का भुगतान जन आरोग्य योजना के अंतर्गत निर्धारित बेड्स की संख्या के आधार पर होगा। देय राशि का 60 प्रतिशत मासिक स्थाई लागत के रूप में और 40 प्रतिशत परिवर्तनशील लागत के रूप में देय होगा। कोविड अस्पताल/ कोविड हैल्थ केयर सेंटर में जन आरोग्य योजना अंतर्गत भारत सरकार द्वारा निर्धारित पात्रता रखने वाले व्यक्तियों के इलाज पर होने वाले व्यय के 60 प्रतिशत की प्रतिपूर्ति भारत सरकार द्वारा की जायेगी। निजी चिकित्सालयों के साथ अनुबंध 3 माह की अवधि के लिये होंगे।

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