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कभी पिता को दफनाने के लिए जेब में थे सिर्फ 30 रुपये, फिर ऐसे तय किया डायरेक्टर तक का सफर

मुंबई। बेहद गरीबी में बीता बचपन…बैकग्राउंड डांसर के तौर पर की करियर की शुरुआत…फ्लॉप फिल्में और फिर एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में। जी हां यहां हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर फराह खान की। फराह खान आज अपना 58वां जन्मदिन मना रही हैं। फराह आज जिस भी मुकाम पर हैं वह उनकी मेहनत है। फराह खान उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत भी हैं, जो कुछ न कुछ बनने का ख्वाब लेकर मुंबई आते हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं फराह के सफर का किस्सा जो जमीन से शुरू होकर आसमान की ऊंचाइयों तक जा पहुंचा।

फराह खान ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उनका परिवार शुरू से गरीब नहीं था। शुरूआत में वह काफी अमीर परिवार से ताल्लुक रखती थीं। पांच साल की उम्र तक उनका बचपन काफी खूबसूरती से गुजरा। उनके पिता काफी अमीर थे, स्टार्स उनके घर आते थे, पार्टियां होती थीं, लेकिन एक दिन अचानकर सबकुछ बदल गया। फराह खान के पिता बी-ग्रेड फिल्मों के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और ऐक्टर हुआ करते थे।


फराह ने बताया था कि उन्होंने इसके बाद ए-ग्रेड फिल्में बनाने की कोशिश में अपना सारा पैसा प्रोजेक्ट में लगा दिया और फिल्में बुरी तरीके से बॉक्स ऑफिस पर पिटीं। जिसके बाद उनका परिवार रातों-रात गरीब हो गया। इसके बाद फराह और उनके परिवार को करीब 15 साल तक संघर्ष करना पड़ा। उस वक्त उनकी मां के जेवर, ग्रामोफोन सबकुछ बिक गया गया। उनके पास घर भी सिर्फ 500 स्क्वायर फीट रह गया, क्योंकि वह घर फराह की मां के नाम पर था, इसलिए पिता उसको बेच नहीं सकते थे।

स्थिति ये थी कि जब फराह के पिता की डेथ हुई तो उनके पास जेब में सिर्फ 30 रुपये हुआ करते थे। फराह ने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि आज जब कोई मुझसे कहता है कि मैं प्रिविलेज्ड बैकग्राउंड से हूं तो बहुत दुख होता है। बता दें कि फराह खान जब महज 20 साल की थीं, तब उन्होंने अर्जुन फिल्म देखी थी। तब से फराह डायरेक्टर बनने का ख्वाब देख लिया था। लेकिन अपनी पहली फिल्म वह 39 साल की उम्र में बना पाईं। आज फराह खान तमाम सेलेब्स को अपनी उंगलियों पर नचा रही हैं।

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