
इंदौर। महू क्षेत्र के बडिय़ा गांव स्थित मेहंदीकुंड में ट्रैकिंग करने गए 20 बच्चों को वापस लौटा दिया गया। यहां के जंगल में पिछले कई दिनों से 7 तेंदुए हैं, जिसको लेकर लोगों में दहशत कायम है। कल दोपहर बाद इंदौर से लगभग 20 बच्चे ट्रैकिंग करने के लिए मेहंदीकुंड गए थे। वे पहाड़ी पर चढऩे वाले थे कि ग्रामीणों के साथ ही वन विभाग की टीम ने रोक लिया।
उन्होंने कहा कि इस इलाके में तेंदुआ है, इसलिए ट्रैकिंग नहीं कर सकते तो वे बहस करने लगे। बाद में वन विभाग के अमले ने डीएफओ की परमिशन मांगी तो कहने लगे कि हम लोग पहले भी यहां ट्रैकिंग करने के लिए आ चुके हैं, लेकिन किसी ने परमिशन नहीं मांगी।
वनकर्मियों और ग्रामीणों ने समझाया कि पहले तेंदुआ नहीं था, इसलिए कोई नहीं रोकता था, लेकिन अब तेंदुआ है, इसलिए बिना परमिशन के पहाड़ी पर नहीं चढऩे देंगे। काफी देर बहस करने के बाद बच्चे वापस लौटे। उल्लेखनीय है कि इस इलाके में तेंदुआ पिछले कई दिनों से है, जिसको लेकर आसपास के गांव के लोग डरे हुए हैं। यहां तक कि कई लोग शाम ढलते ही घर के बाहर अलाव जलाकर रतजगा भी कर रहे हैं। ग्रामीण जब खेत पर काम करने के लिए जाते हैं तो टोली बनाकर ही निकलते हैं। तेंदुए ने पिछले डेढ़ माह में चार गायों का शिकार कर डाला है।
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