बैतूल। स्वास्थ्य विभाग में फर्जी तरीके से भर्ती किए जाने का मामला और एक लिपिक द्वारा आत्महत्या (suicide) किए जाने के बाद सोसाइड नोट में सहायक ग्रेड 2 संजय दुबे (Assistant Grade 2 Sanjay Dubey) का नाम लेने के बाद से फरारी काट रहे संजय दुबे को अंतत: पुलिस ने इटारसी में पकड़ लिया है। संजय दुबे को हिरासत में लेकर पुलिस बैतूल (Police Betul) पहुंच रही है। इस मामले में संजय दुबे को धोखाधड़ी सहित लिपिक की मौत के मामले में आरोपी बनाया गया है। पुलिस पूछताछ के बाद अन्य खुलाए हो सकते हैं।
लिपिक ने सुसाइड नोट में लिखा था दुबे का नाम
फर्जी तरीके से भर्ती मामले में सीएमएचओ कार्यालय के ही सहायक गे्रड-3 सुंदरलाल पवार से पुलिस ने पूछताछ की। पुलिस द्वारा बार-बार पूछताछ के लिए बुलाए जाने से आहत सुंदरलाल पवार 30 जून को पुराने जिला अस्पताल परिसर में स्थित हनुमान मंदिर के सामने सल्फास खा लिया जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल भर्ती किया था जहां उपचार के दौरान सुंदरलाल पवार की मौत हो गई। श्री पवार ने अपने सुसाईड नोट में संजय दुबे द्वारा फर्जी भर्ती मामले में जबरन फंसाए जाने की बात लिखी थी। पुलिस ने एक्सपर्ट से सुसाईड नोट की हैंडराईटिंग की जांच की गई इसके बाद संजय दुबे पर धारा 420, 468 और 71 के तहत मामला दर्ज किया गया।
की जाएगी पूछताछ
पुलिस काफी दिन से संजय दुबे की तलाश कर रही थी। मुखबिर की सूचना के आधार पर बैतूल से पुलिस की टीम इटारसी के लिए रवाना हुई और घेराबंदी करते हुए सोमवार की रात को संजय दुबे को हिरासत में ले लिया। बैतूल एसडीओपी नितेश पटेल ने बताया कि धोखाधड़ी के आरोपी संजय दुबे को बैतूल लाया जा रहा है जिससे कर्मचारी की आत्महत्या मामले में और भर्ती प्रक्रिया के संबंध में पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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