
नई दिल्ली। हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri ) का विशेष महत्व(special importance) होता है. नवरात्रि में मां दुर्गा (Maa Durga) के नव स्वरूपों की पूजा की जाती हैं. इससे मां दुर्गा भक्तों पर प्रसन्न होकर उनकी सारी कामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद प्रदान करती हैं. नवरात्रि के दौरान भक्तों को भूलकर भी ये काम नहीं करने चाहिए वरना मां नाराज (mother angry) हो जाती हैं.
शारदीय नवरात्रि कब?
हिंदू पंचांग के मुताबिक, शारदीय नवरात्रि हर साल अश्विन माह (ashwin month) के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती हैं और दशमी तिथि को समाप्त होती है. इस साल शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर 2022 से शुरू हो रही है. इसका समापन 5 अक्टूबर को है. इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा बड़े ही विधि-विधान से की जाती है.
नवरात्रि में घर को अकेला न छोड़े:
यदि घर में नवरात्रि व्रत के कलश की स्थापना की है या अखंड ज्योति(Akhand Jyoti) जला रखी है, तो नवरात्रि में घर को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए. इससे माता रानी नाराज हो सकती हैं.
कलह या विवाद से रहें दूर:
नवरात्रि के दौरान भक्तों को किसी भी प्रकार की कलह या विवाद से दूर रहना चाहिए, क्योंकि कलह या विवाद से व्रतधारी की आत्मा को दुख पहुंचता है. जिससे देवी मां नाराज हो सकती हैं. वैसे भी धार्मिक मान्यता है कि लड़ाई झगड़े वाले घर में मां लक्ष्मी वास नहीं करती हैं.
लहसुन प्याज का सेवन न करें:
नवरात्रि के पावन दिनों में सात्विकता का विशेष ध्यान रखना चाहिए. लहसुन और प्याज तामसिक भोजन में आता है. इसके सेवन से मन में कुत्सित विचार उपजते हैं. इससे मां की पूजा में बाधा आती है. परिणाम स्वरूप मन नाराज हो सकती हैं.
नोट- इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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