
नई दिल्ली। भारत को आज एक और बड़ी कामयाबी मिली है। भारत ने ओडिशा के बालासोर में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एक नए वेरिएंट का सफल परीक्षण किया है। इस मिसाइल को नई टेक्नोलॉजी से लैस किया गया था, जो परीक्षण के बाद सफलतापूर्वक साबित हुई है।
गौरतलब है कि इससे पहले 11 जनवरी को भारत ने आधुनिक सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के एक नये संस्करण का परीक्षण किया था। इसे भारतीय नौसेना के गुप्त तरीके से निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोत से सफल परीक्षण-प्रक्षेपण किया था। इसे लेकर रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने कहा था कि मिसाइल ने सटीक तरीके से निर्धारित लक्ष्य पर निशाना साधा। माना जा रहा है कि इस मिसाइल में 290 किलोमीटर की मूल क्षमता की तुलना में 350 से 400 किलोमीटर तक प्रहार करने की अधिक क्षमता है।
ब्रह्मोस मिसाइल की गिनती 21वीं सदी की सबसे खतरनाक मिसाइलों में होती है। ये सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जो 4300 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दुश्मन के ठिकाने को भेद सकती है। ये 400 किलोमीटर की रेंज में दुश्मन को निशाना बना सकती है। नौसेना के युद्धपोत से लेकर भारतीय वायुसेना के सुखोई लड़ाकू विमान तक से इसका सफल परीक्षण किया जा चुका है। इस मिसाइल की सटीकता इसको खास बनाती है।बता दें कि रूस और भारत के संयुक्त प्रोजेक्ट के तौर पर ब्रह्मोस मिसाइल को तैयार किया गया था. इसमें Brah का मतलब ब्रह्मपुत्र और Mos का मतलब मोस्कवा है।
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