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तारेक फतह ने कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद को लगाई फटकार, कहा-मुसलमान रैली क्यों निकाल रहे


नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ भोपाल में रैली निकालने वाले कांग्रेसी विधायक आरिफ मसूद की एक टीवी डिबेट में मशहूर स्तंभकार तारेक फतह ने अच्छे से क्लास ले ली। फतह ने कहा कि यह रैली भारत की भावना के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि जब भारत स्पष्ट कर चुका है कि वो आतंकवाद के मुद्दे पर फ्रांस के साथ खड़ा है तो फिर इस तरह की रैली करना बिल्कुल गलत है। हालांकि, कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद इस बात पर अड़े रहे कि चूंकि राष्ट्रपति मैक्रों ने इस्लाम के खिलाफ टिप्पणी की, इसलिए उनका विरोध करना बिल्कुल जायज है।

फतह ने कहा, ‘अपने मुल्क का पॉइंट ऑफ व्यू छोड़के अपनी कम्यूनिटी का पॉइंट ऑफ व्यू सामने रखने की बात है। आपको दिखाना चाहिए कि हिंदुस्तान जो है वो फ्रांस के साथ पूरी तरह खड़ा है।’ जवाब में मसूद ने कहा कि किसी के मजहब को बुरा कहें और किसी के मजहब के धर्मगुरु का कार्टून बनाएं, यह किसी को अधिकार नहीं है। अगर कोई ऐसा करेगा तो उसका विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘किसी भी हाल में मजहब के बारे में टिप्पणी करने का अधिकार किसी को था और न है।’

एक निजी न्यूज चैनल पर फतह और मसूद के बीच हुई बातचीत के दौरान लगातार सवाल जवाब हुए। तारेक फतह ने कहा कि हिंदुस्तान का मुसलान अपने आपको हिंदुस्तान की सोच से खुद को अलग समझते हैं। उन्होंने मसूद से कहा, ‘जिस मुल्क के अंदर आजादी मिली है आपको, आप उसे बदनाम कर रहे हैं।’ इस पर मसूद ने कहा कि हिंदुस्तान को उनके पुरखों ने ही आजाद कराया और वो इसकी बदनामी नहीं करवा रहे। उन्होंने कहा, ‘इस मुल्क को हमारी पूर्वजों ने आजाद कराया और हम कोई बदनामी नहीं कर रहे हैं।’

इस जवाब पर फतह ने हिंदुस्तानी मुसलमानों को जिन्ना का समर्थक बता दिया। उन्होंने कहा, ‘आपने कोई आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी। आप मुस्लिम लीग और जिन्ना के साथ थे।’ फतह के इस दावे का मसूद ने जबर्दस्त विरोध किया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के मुसलमानों ने तो मुस्लिम लीग की जड़ें हिला दीं। उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल नहीं, मुस्लिम लीग को हिंदुस्तान के मुसलमानों ने खत्म किया। कभी मुस्लिम लीग का साथ नहीं दिया हिंदुस्तान के मुसलमान ने।’ इस पर फतह ने कहा कि आप क्या आजादी की लड़ाई लड़ेंगे, आपका काम है शरारत करना और फसाद फैलाना। उन्होंने कहा, ‘आप चाकू तेज करते रहें और गले काटते रहे हैं।’

ध्यान रहे कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि इस्लाम के कारण आज पूरी दुनिया पर संकट है। उनके इस बयान के बाद नीस शहर में एक 20 वर्षीय आतंकी ने एक चर्च में घुसकर महिला की गर्दन रेतकर हत्या कर दी जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। दुनियाभर के मुसलमान इस घटना की निंदा करने के बजाय मैक्रों के खिलाफ गुस्से का इजहार कर रहे हैं। भोपाल में भी मुसलमानों ने मैक्रों के खिलाफ रैली निकाली और उनके पुतले और तस्वीरें जलाईं।

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