हैदराबाद । तेलंगाना (Telangana) के नालगोंडा जिले (Nalgonda District) में नागर्जुना सागर-हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित महाकाली देवी की मंदिर (Mahakali Devi Temple) में मूर्ति के पास सोमवार (10 जनवरी) को एक शख्स का कटा हुआ सिर मिला था। जिसके बाद पुलिस ने बताया कि गुरुवार को हैदराबाद (Hyderabad) के पास एक सुनसान इमारत में उस शख्स का धड़ मिला है।
मंदिर में कटा हुआ सिर मिलने के बाद पुलिस ने जांच के लिए आठ विशेष टीमों का गठन किया था। जांच के दौरान हैदराबाद के तुर्कयमजल के एक इमारत में धड़ पाया गया है। पुलिस ने बताया कि हत्या के पीछे के रहस्य का पता लगाने के लिए जांच अभी जारी है।
पुलिस ने कहा कि संदेह है कि यह मानव बलि का मामला हो सकता है, लेकिन पुलिस सभी एंगल से मामले की विस्तृत जांच कर रही है। पुलिस ने आगे कहा कि अपराध धार्मिक स्थल पर नहीं हुआ था। मृत व्यक्ति के परिवार ने उसकी पहचान 30 वर्षीय जहेंद्र नायक के रूप में की है। उन्होंने कहा कि वह मानसिक बीमारियों से पीड़ित था और लगभग दो वर्ष पहले घर छोड़कर जा चुका था, वह सड़कों पर रहता था। मृतक सूर्यापेटा जिले के सून्यपहाड़ गांव का रहने वाला था।
सोमवार की सुबह मंदिर के पुजारी ने कटा सिर देख तुरंत पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस की टीम के साथ डीएसपी आनंद रेड्डी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। सिर की तस्वीर सोशल मीडिया में डाली गई थी, जिससे उसकी पहचान का पता चल सके।
डीएसपी आनंद रेड्डी ने बताया कि “हमें शक है कि जिस व्यक्ति का सिर मिला है उसकी आयु लगभग 30-35 वर्ष है। उसकी कहीं और हत्या करके सिर को यहां लाया गया और देवी की प्रतिमा के नीचे रखा गया है। हर नजरिए से हत्या की जांच की जा रही है।”
पुलिस को शक है कि हत्या मानव बलि के लिए की गई है। पुलिस ने इसी जिले के शालिगौराराम, नामपल्ली मंडल, मुष्टीपल्ली और देवरकोंडा गुट्टा में छिपे खजाने के लिए मानव बलि की पूर्व की घटनाओं के मद्देनजर पहले से पकड़े गए अपराधियों से पूछताछ शुरू कर दी है। सिर के हिस्से को देवरकोंडा सरकारी अस्पताल भेजा गया और सिर के बालों को डीएनए टेस्ट के लिए हैदराबाद भेजा गया था।
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