
सतना: छतरपुर और सतना जिले में उस वक्त सियासी हलचल तेज हो गई जब मध्यप्रदेश सरकार में राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी (Pratima Bagri) के सगे भाई अनिल बागरी को पुलिस (Police) ने गांजा तस्करी (Cannabis Trafficking) के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. यह कार्रवाई सतना जिले के रामपुर बाघेलान थाने की टीम ने की और एक अन्य आरोपी को भी पकड़ा. इससे पहले मंत्री के बहनोई के खिलाफ भी नशे के मामले में कार्रवाई हुई थी, जिसके बाद यह पूरा प्रकरण राजनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील हो गया है.
राज्यमंत्री के परिवार पर लगातार कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने सरकार को घेरा और प्रतिमा बागरी से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की. पार्टी नेताओं का कहना है कि जब मंत्री के घर के लोग गंभीर अपराधों में लिप्त पाए जा रहे हैं, तब मंत्री को जनता के प्रति जवाबदेह होना चाहिए. कांग्रेस का आरोप है कि सरकार इस मामले में जिम्मेदारी तय करने के बजाय सिर्फ बचाव की कोशिश कर रही है, जबकि जनता स्पष्ट कार्रवाई की उम्मीद कर रही है.
रैगांव से पूर्व विधायक कल्पना वर्मा ने इस पूरे मामले पर गंभीर आरोप लगाए. उनका कहना है कि राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी के घर के कई लोग क्षेत्र में तेजी से फैल रहे नशे के कारोबार में शामिल हैं. उन्होंने दावा किया कि मंत्री के भाई और बहनोई दोनों ही गांजे की तस्करी में सक्रिय पाए गए हैं, जिससे क्षेत्र की कानून व्यवस्था पर सीधा असर पड़ रहा है. कल्पना वर्मा ने मुख्यमंत्री से कड़ी और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है ताकि नशे के बढ़ते नेटवर्क पर लगाम लगाई जा सके.
सतना में कार्रवाई के बाद जब खजुराहो में समीक्षा बैठक के दौरान मीडिया ने प्रतिमा बागरी से उनके भाई की गिरफ्तारी पर सवाल पूछा, तो मंत्री ने नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा, “जबरदस्ती की बात क्यों करते हो तुम लोग.” उनका यह प्रतिक्रिया वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. बहनोई की गिरफ्तारी के बाद अब भाई की गिरफ्तारी ने राजनीति को और गर्म कर दिया है, और विपक्ष इसे सरकार की जवाबदेही का बड़ा मुद्दा बना रहा है. वहीं पुलिस मामले की आगे की जांच में जुटी है.
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