नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की रफ्तार अब धीमी पड़ गई है। इस बीच, देश में तेजी से चल रहे कोविड टीकाकरण अभियान के बीच वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार ने अचानक से यू-टर्न ले लिया है। जब मई में देश भर में वैक्सीन की किल्लत सामने आई थी, तब केंद्र ने वादा किया था कि 31 दिसंबर, 2021 तक देश को 216 करोड़ से ज्यादा डोज मिल जाएंगी, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में केंद्र ने बताया कि दिसंबर तक उसे सिर्फ 135 करोड़ डोज ही मिलेंगी।
13 मई को केंद्र सरकार ने बताया था कि उसे अगस्त से दिसंबर के बीच आठ वैक्सीन की 216 करोड़ से अधिक खुराकें मिलने की उम्मीद है। इससे देश की पूरी आबादी का इस साल के आखिरी तक टीकाकरण किया जा सकेगा। वहीं केंद्र सरकार ने अब अपने इस वादे पर यू-टर्न ले यिा है। केंद्र ने अब कहा है कि दिसंबर 2021 तक 135 करोड वैक्सीन डोज मिलेंगी यानी कि सरकार ने इस साल के अंत तक मिलने वाली वैक्सीन की खुराकों में सीधे-सीधे 81 करोड़ की कटौती कर दी।
देश में 8 नहीं 5 वैक्सीन होंगी उपलब्ध
केंद्र ने कहा था कि साल के आखिरी तक देश में आठ कोरोना वैक्सीन उपलब्ध होंगी, लेकिन अब सरकार ने पांच वैक्सीन की ही बात कही है।
वैक्सीन डोज
- कोविशील्ड 50 करोड़
- कोवाक्सिन 40 करोड़
- बायोलॉजिकल ई 30 करोड़
- जायडस कैडिला 5 करोड़
- स्पूतनिक 10 करोड़
आठ वैक्सीन की इतनी डोज मिलने का किया था वादा
वैक्सीन डोज
- कोविशील्ड 75 करोड़
- कोवाक्सिन 55 करोड़
- बायोलॉजिकल ई 30 करोड़
- नोवावैक्स 20 करोड़
- स्पूतनिक वी 15.6 करोड़
- भारत बायोटेक नेजल वैक्सीन 10 करोड़
- जिनोवा बायोफार्मा 6 करोड़
- जायडस कैडिला 5 करोड़
(कुल 216.6 करोड़ डोज )
केद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि देश में 18+ वालों की करीब 93 से 94 करोड़ के बीच आबादी है। ऐसे में इस आबादी को वैक्सीन के दोनों डोज लगाने के लिए 186 से 188 करोड़ डोज की जरूरत होगी। इनमें से 51.6 करोड़ डोज 31 जुलाई 2021 तक राज्यों को दे दिए जाएंगे, जिसके बाद पूरी आबादी का टीकाकरण करने के लिए 135 करोड़ डोज की ही जरूरत होगी।