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इस बार गणतंत्र दिवस में बहुत कुछ रहा खास, जानें परेड में क्या हुआ पहली बार

नई दिल्ली: हिंदुस्तान आज अपना 74वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है. इस मौके पर राजधानी दिल्ली का कर्तव्य पथ (Kartavya Path) गणतंत्र दिवस परेड का गवाह बना. मिस्र (Egypt) के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी (Abdel Fattah El-Sisi) इस वर्ष मुख्य अतिथि थे. इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में बहुत कुछ खास रहा. इस बार के गणतंत्र दिवस में कई चीजें ऐसी हुईं जो पहले कभी नहीं हुईं.

आइए इन 10 बिंदुओं से इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह के बारे में जानते हैं…

1. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचीं. उन्होंने गणतंत्र दिवस मनाने के लिए पहली बार कर्तव्य पथ से परेड को झंडी दिखाकर रवाना किया, इसके पहले कर्तव्य पथ का नाम राजपथ हुआ करता था. इस भव्य परेड में देश की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता का मिश्रण था. इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की.

2. परेड की शुरुआत मिस्र के सशस्त्र बल के एक दल द्वारा मार्च के साथ हुई. जिसमें मिस्र के सशस्त्र बलों की मुख्य शाखाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले 144 सैनिक शामिल थे.

3. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की महिला टुकड़ी इस साल की खासियतों में से एक है. नौसेना सहित कई अन्य मार्चिंग टुकड़ियों में महिलाएं शामिल थीं. एक महिला अधिकारी के नेतृत्व में नौसेना की टुकड़ी में 3 महिलाएं और 6 अग्निवीर शामिल हुए.

4. आत्मनिर्भरता आदर्श वाक्य के साथ प्रदर्शित की गई शस्त्र प्रणालियों में इस बार कोई रूसी टैंक नहीं थे. भारत में निर्मित अर्जुन, और आकाश मिसाइल प्रणाली सहित भारत में निर्मित अन्य शस्त्र प्रदर्शित किए गए.

5. इस अवसर पर लोगों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार का गणतंत्र दिवस विशेष है क्योंकि यह देश की आजादी के “अमृत महोत्सव” के दौरान मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा, “मेरी इच्छा है कि हम देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करने के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ें.”


6. इस बार गणतंत्र दिवस में कुल 23 झांकियां प्रदर्शित की गईं. जिनमें 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से, और 6 विभिन्न सरकारी मंत्रालयों से थीं. ये भारत की सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक प्रगति और राष्ट्रीय सुरक्षा को दर्शाती हैं.

7. राष्ट्रव्यापी “वंदे भारतम” नृत्य प्रतियोगिता के माध्यम से चुने गए 479 कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं. यह दूसरी बार है जब देशव्यापी प्रतियोगिता के माध्यम से नर्तकियों का चयन किया गया है.

8. कोर ऑफ सिग्नल्स की डेयर डेविल्स टीम द्वारा मोटरसाइकिल प्रदर्शन ने योग सहित कई अन्य परफॉर्मेंस के साथ दर्शकों को रोमांचित किया. बहादुरी, कला और संस्कृति, खेल, नवाचार और समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पाने वाले ग्यारह बच्चे भी परेड का हिस्सा बने.

9. ग्रैंड फिनाले बहुप्रतीक्षित फ्लाई पास्ट था, जिसमें तीनों सेनाओं के विमानों ने भाग लिया. 45 विमानों के साथ एयर शो में विंटेज विमान से लेकर भारतीय वायु सेना में सेवा में सबसे आधुनिक जेट शामिल थे. देश के नए राफेल लड़ाकू विमान ने वर्टिकल चार्ली युद्धाभ्यास दिखाया. हालांकि राफेल पिछले दो वर्षों में परेड का हिस्सा रहा है. यह पहली बार है जब बेड़े के एक चौथाई, नौ विमान ने फ्लाईपास्ट में भाग लिया.

10. इस वर्ष सेंट्रल विस्टा, कर्तव्य पथ, नवीन संसद भवन के निर्माण से जुड़े लोगों, दूध, सब्जी और रेहड़ी पटरी वालों को भी आमंत्रित किया गया, जिन्हें दीर्घाओं में प्रमुखता से स्थान दिया गया.

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