
कीव। यूक्रेन के जपोरिझिया एटमी संयंत्र के निरीक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की टीम कीव पहुंच गई है। वह बुधवार को संयंत्र जा सकती है। इस बीच यूक्रेनी सेना ने दावा किया कि उसने खेरसान क्षेत्र में रूसी सेना की पहली पंक्ति को तोड़ दिया है। हाल ही में रूस ने इस क्षेत्र पर कब्जा किया है और इसे फिर हासिल करने के प्रयास में यह एक बड़ी उपलब्धि है। रूसी सेना ने इसे विफल हमला बताया है।
यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने रूसी सेना के मुख्य आपूर्ति मार्गों को काट दिया है। हालांकि रूसी सेना का दावा है कि यूक्रेनी सैनिकों को अपने इस प्रयास में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। क्रीमिया को अलग करने के बाद खेरसान पर कब्जे को रूस अपनी सबसे बड़ी विजय मान रहा है।
ऐसे में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की कार्यालय के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्तोविच ने कहा, हमारी सशस्त्र सेना कई जगह रूसी सेना पर कहर ढा रही है। जेलेंस्की ने कहा कि रूसी सेना जीवित रहना चाहती है तो उनके भागने का समय आ गया है।
13 रूसी कमांड पोस्ट नष्ट
यूक्रेन के दक्षिणी ऑपरेशनल कमांड के एक प्रवक्ता ने कहा कि मंगलवार को हमारी सेना ने 13 रूसी कमांड पोस्ट को नष्ट कर दिया है। साथ ही तीन गोला-बारूद डिपो और दिनिप्रो नदी पर एक क्रॉसिंग को भी नष्ट कर दिया गया है।
रूस के लिए मुसीबत बने ईरान निर्मित ड्रोन
अमेरिका वाशिंगटन। बाइडन प्रशासन ने दावा किया कि यूक्रेन युद्ध में इस्तेमाल के लिए रूस को तेहरान से मिले ईरान निर्मित ड्रोन में तकनीकी समस्या आ रही है। हालांकि उन्होंने ईरानी ड्रोन की ‘विफलताएं’ नहीं बताईं। तेहरान ने सैकड़ों ड्रोन हासिल करने की योजना के तहत मॉस्को को मोहाजर-6 यूएवी दिए हैं।
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