भोपाल। प्रदेश में जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission in the state) में अब तक 39 लाख एक हजार 181 घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। समूची ग्रामीण आबादी के लिए एक करोड़ 3 लाख नल कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में आईएमआईएस पोर्टल (IMIS Portal) पर दर्ज करीब 95 हजार शालाओं और 66 हजार से अधिक आँगनबाड़ियों में भी स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिये नल कनेक्शन दिए जाने का कार्य प्रगतिरत है। अब-तक स्कूल तथा आँगनबाड़ियों में 26 हजार से अधिक नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच थी कि देश की ग्रामीण आबादी के लिए भी शहरों की ही तरह पेयजल की समुचित व्यवस्था होना चाहिए। “चाह से निकली राह” और प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 15 अगस्त 2019 को लाल किले से राष्ट्रीय जल जीवन मिशन की घोषणा की। मिशन की गाइड लाइन जारी होते ही विभिन्न राज्यों ने अपने ग्रामीण क्षेत्र की जल व्यवस्था के लिए मिशन के अन्तर्गत कार्य प्रारम्भ किए ताकि गाँवों के हर घर में नल कनेक्शन दिया जा सके। मिशन पर होने वाला व्यय केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा बराबर-बराबर वहन किया जाता है। |
प्रदेश की करीब सवा 5 करोड़ ग्रामीण आबादी को नल कनेक्शन के जरिये गुणवत्तापूर्ण और पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध करवाने के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशों के अनुरूप जल जीवन मिशन के अन्तर्गत त्वरित कार्यवाही की जा रही है।
स्वयं मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मिशन की समय-समय पर समीक्षा की है। ग्रामीण अंचल में माता-बहनों को नदी, कुँआ, तालाब, बावड़ी तक जाकर पानी लाने की जरूरत नहीं पड़े, इस उद्देश्य से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत ग्रामीण पेयजल व्यवस्था को गति देकर ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन के जरिये पानी उपलब्ध कराना प्रारम्भ कर दिया है। कोविड-19 के कारण समूचे विश्व की तरह प्रदेश भी प्रभावित हुआ। मिशन के कार्य मानव तथा अन्य संसाधनों के अभाव में करीब सवा वर्ष तक गतिशून्य से रहे हैं। कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य होते ही जल जीवन मिशन के कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रदेश के 2985 ग्रामों की शत-प्रतिशत आबादी को नल कनेक्शन से पानी उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जा चुकी है।
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