नई दिल्ली: अयोध्या (Ayodhya) में बन रहे भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) के उद्घाटन से पहले एक बार फिर एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi ) ने कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) को विध्वंश करने की घटना हमेशा लोगों के जेहन में रहेगी.
ओवैसी ने कहा कि केंद्र सरकार (Central government) इसे लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में मुद्दा बनाने की कोशिश करेगी लेकिन असल मुद्दा बेरोजगारी (Unemployment) है. मुद्दा महंगाई का है. चीन ने जमीन हड़प ली है. राम मंदिर को लेकर उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले को मानते हैं.
‘प्लेस ऑफ वर्शिप पर रुख साफ करे सरकार’
मथुरा के शाही ईदगाह को कृष्ण मंदिर घोषित करने की मांग को लेकर भी उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी. ओवैसी ने कहा, “प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट संसद का बनाया हुआ है. क्यों नहीं मोदी सरकार कहती है कि हम इस पर स्टैंड करते हैं. उन्होंने आगे कहा, “6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद को किसने शहीद किया? ये मुद्दा जिंदगी भर रहेगा.”
‘बाबरी विध्वंस नहीं होता तो सुप्रीम कोर्ट का फैसला क्या होता’
राम मंदिर निर्माण को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर मस्जिद को आप शहीद नहीं करते तो कोर्ट का फैसला क्या आता? 6 दिसंबर तो एक फैक्ट है. ओवैसी ने कहा कि क्या हम चाहेंगे कि दोबारा 6 दिसंबर हो? दूध का जला छाछ को भी फूंक फूंककर पीता है. मथुरा ईदगाह मामले पर उनकी ओर से अपील नहीं किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर ओवैसी ने कहा कि काशी – मथुरा में अब विवाद क्यों हो रहा है. सरकार ऐसे विवादित मुद्दों को न खोले.
‘अयोध्या में बन रही मस्जिद को मस्जिद नहीं मानते’
अयोध्या में राम मंदिर से थोड़ी दूरी पर कोर्ट के आदेश के अनुसार बन रही मस्जिद को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ऐसी मस्जिद को मस्जिद नहीं मान सकते. ऐसा कैसे हो सकता है कि आप मस्जिद तोड़कर कहोगे कि मस्जिद ले लो. उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानते हैं, लेकिन ये जो चीजें हुई हैं आजादी के बाद इसका नोट सबको लेना होगा.”
‘गुनाह कबूल करें उद्धव-देवेंद्र’
उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी हमला बोला. ओवैसी ने कहा, “महाराष्ट्र के सीएम हाजी मलंग दरगाह के बारे में कह रहे हैं. कोई खुश होगा कि नाराज होगा? महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम कह रहे हैं कि जब मस्जिद तोड़ी गई तब मुझे खुशी हुई. आप कोर्ट में जाकर क्यों नहीं इकबाल ए जुर्म कर लेते. शिवसेना (उद्धव) गुट भी ये कह रहा है. कोर्ट में जाकर क्यों नहीं कबूल कर लेते. इनकी हिम्मत बढ़ गयी है, जो मर्जी हो वो करना चाहेंगे.” उद्धव ठाकरे पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा, “उद्धव तो डिमोलिशन का क्रेडिट ले रहे हैं. जब सीएम थे तब विधानसभा में कहा था. उनमें और बीजेपी में प्रतियोगिता चल रही है.
‘बीजेपी राम मंदिर को मुद्दा बनाने की कोशिश करेगी’
2024 चुनाव में राम मंदिर मुद्दे के प्रभाव के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में ओवैसी ने कहा, “हालांकि बीजेपी कोशिश करेगी, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है, महंगाई का है. चीन ने जमीन हड़प ली, ये मुद्दा है.” उन्होंने राहुल गांधी की न्याय यात्रा और इंडिया गठबंधन पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
‘मुस्लिम प्रतिनिधियों की संख्या बढ़े, एनआरसी का विरोध करते रहेंगे’
उन्होंने संसद में मुस्लिम प्रतिनिधियों की संख्या बढ़ाने की भी मांग की. ओवैसी ने कहा, “जब राजनीति में हर समुदाय और हर कास्ट का प्रतिनिधित्व है तो मुस्लिम 14 फीसदी हैं और सिर्फ 5 फीसदी एमपी क्यों हैं? मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व बढ़ना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि सीएए, एनआरसी काला कानून है. ये मजहब के आधार पर बन रहा है. इसका इस्तेमाल मुस्लिम और दलित के खिलाफ होगा. तेलंगाना विधानसभा में इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया था. हम सीएए और एनआरसी के खिलाफ थे और रहेंगे. जो हिंदू बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हैं, उनका वीजा बढ़ा सकते हैं, उन्हें नागरिकता दे सकते हैं. ओवैसी ने दावा किया कि असम में बीजेपी ही इसके खिलाफ है.
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