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क्या बिना घोटालों के संपन्न हो जाएगी गेहूं खरीदी!

  • April 17, 2025

    • खरीदी को फर्जीवाड़े से बचाने इंतजाम और पुख्ता किए गये, सर्वेयरों को दी गयी चेतावनी, कलेक्टर बोले, गड़बड़ी करने पर बख्शेंगे नहीं

    जबलपुर। धान खरीदी में लंबे घपलों के बाद अब जिला प्रशासन गेहूं खरीदी को बिना फर्जीवाड़ों के संपन्न कराने में जुट गया है। अफसरों के सामने दो चुनौतियां हैं। पहली, गुणवत्ताहीन गेहूं को खरीदी से रोकना तो दूसरी गेहूं के आंकड़े सिर्फ कागजों में ही दिखाई न दें, बल्कि वो मात्रा गोदाम तक भी पहुंचे। अफसरों को निर्देश दिए गये हैं कि खरीदी के आंकड़ों को जारी करने से पहले ये जरूर देखा जाए कि पोर्टल पर आंकड़े दर्ज हैं या नहीं। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने खरीदी में जुटे अमले को सख्त हिदायत दी है कि यदि किसी भी तरह की लापरवाही की गयी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

    कुछ फरार तो कुछ हैं जेल में
    उल्लेखनीय है कि बीते महीनों में धान उपार्जन जमकर गोलमाल साबित हुआ और एफआईआर कराई गयीं। आरोपियों में से कुछ जेल में हैं तो कुछ फरार। आरोपियों ने बिना गुणवत्ता की धान जमा कराई। इसके अलावा कम मात्रा में भी धान जमा हुई। कुछ मामलों में केवल कागजों में खरीदी हुई। धान की गड़बडिय़ों को देखते हुए गेहूं में सख्ती की जा रही है।


    सर्वेयर की नजर चूकी, निपटना तय
    गेहूं खरीदी के लिए वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन को जिम्मेदारी दी गयी है। सर्वेयर की अनुमति बिना गेहूं की तुलाई नहीं होगी और खरीदी गयी गेहूं में खराबी निकली तो गुणवत्ता सर्वेयर जवाबदेह होगा। गेहूं का उपार्जन 17 मार्च से शुरू हुआ लेकिन अभी भी इसमें तेजी नहीं आ पाई है । आंकड़ों के अनुसार, उपार्जन के लिए करीब 51 केन्द्र बनाए गए हैं। स्लॉट बुकिंग जारी है और जल्द ही गेहूं उपार्जन में तेजी आ सकती है। उल्लेखनीय हे कि नई उपार्जन नीति के अनुसार मप्र स्टेट सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन का दायित्व होगा कि सर्वेयर को भारतीय खाद्य निगम के जरिए प्रशिक्षण दिलवाया जाए और सर्वेयर यह तय करेंगे कि गेहूं गुणवत्तापूर्ण है या नहीं, उसके बाद ही गेहूं का विक्रय तय किया जाएगा। अब तक 7 उपार्जन केन्द्रों में 117 किसानों ने 13 हजार 685 क्विंटल गेहूं का विक्रय किया है। गेहूं उपार्जन के लिए सबसे पहले 33 केन्द्रों की सूची जारी की गई थी जिसमें कुंडम का नाम नहीं था जिस पर वहां के किसानों ने नाराजगी जाहिर की थी लेकिन अब बघराजी में केन्द्र बना दिया गया है। इससे कुंडम और आसपास के किसानों को उपार्जन के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।

    गड़बड़ी हुई तो सख्त कार्रवाई तय
    जिस तरह से धान खरीदी में गड़बड़ी करने वालों पर हमने शिकंजा कसा है,ठीक वैसे ही गेहूं खरीदी के घोटाला करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सर्वेयर की भूमिका अहम है इसलिए उसकी मॉनीटरिंग भी होगी।
    दीपक कुमार सक्सेना, कलेक्टर, जबलपुर

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