
कोलार। कोरोना (Corona) महामारी की दूसरी लहर इतनी भयानक है कि उसका डर लोगों के दिलों-दिमाग में बैठ चुका है। कर्नाटक (Karnataka) के कोलार शहर की यह खबर इस बात का सबूत है। जहां एक महिला सड़क पर बेहोश होकर गिर गई और ‘कोविड’ (Covid) के डर से कोई आदमी उसे अपने वाहन में अस्पताल ले जाने के लिए तैयार नहीं हुआ। मजबूरन महिला को जेसीबी (JCB) मशीन से अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जब मां हो गई बेहोश
खबर के मुताबिक, लोग अपने वाहनों का इस्तेमाल करने से डर रहे थे। यहां तक किसी ने एंबुलेंस (Ambulance) को भी नहीं बुलाया। बाद में, स्थानीय लोग महिला को जेसीबी मशीन के बकेट (जहां से जेसीबी मशीन खुदाई का काम करती है) में अस्पताल ले गए। बता दें, महिला की पहचान 42 वर्षीय चंद्रकला के रूप में हुई, जो अपनी छोटी बेटी के साथ जा रही थी। वो होटल में, और अन्य छोटे-मोटे काम करके अपना जीवनयापन कर रहे थे।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बुधवार की रात चंद्रकला अपनी 12 साल की बेटी के साथ चिंतामणि के कुरुथहल्ली गांव पहुंची थी। जहां वे मजदूरी का काम करती थीं। चंद्रकला के बीमार होने पर दोनों घर लौट रहे थे। लेकिन वे रात गुजारने के लिए एक दुकान के बाहर बैठ गए। सुबह ग्रामीणों ने उन्हें कुछ खाने को दिया। इसेक बाद, थकी हुई चंद्रकला ने लड़की की गोद में सिर रखा और वो सो गईं। दोपहर के आसपास, जब चंद्रकला की बेटी ने उन्हें जगाने की कोशिश की तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
नहीं था महिला को कोविड
बेटी रोती रही लेकिन कोई महिला को अस्पताल ले जाने के लिए तैयार नहीं हुआ। लोगों को डर था कि चंद्रकला का ये हाल कोविड से हुआ है। इसके बाद, जेसीबी मशीन आई और महिला को उससे अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पता चला कि महिला को कोविड नहीं था। रिपोर्ट के मुताबिक, चंद्रकला ने कुछ वर्षों पहले अपने पति को खोया था। वो अपनी 12 वर्षीय बेटी और 10 साल के बेटे का पालन पोषण कर रही थी।
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