नई दिल्ली। भारतीय पहलवान सुशील कुमार के लिए आज का दिन काफी यादगार रहा है। सुशील ने आज ही के दिन 20 अगस्त 2008 को बीजिंग ओलंपिक में अपना पहला पदक जीता था।
सुशील ने 66 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा के कांस्य पदक मैच में कजाकिस्तान के लियोनिद स्पिरिडोनोव को 3: 1 से हराया और दादा साहेब जाधव के बाद कुश्ती में ओलंपिक पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय बने।
इस दिन को याद करते हुए, सुशील ने कहा कि इस पदक ने भारतीय कुश्ती के साथ-साथ उनके जीवन को भी पूरी तरह से बदल दिया है।
सुशील ने ट्वीट किया, “इस दिन 20 अगस्त 2008 को .. मैंने ओलंपिक में अपना पहला पदक जीता .. मेरा गौरवशाली पदक।”
बाद में, 2012 के लंदन ओलंपिक में, सुशील ने अपने पदक का रंग बदल दिया और रजत पदक जीता। इस पदक के साथ ही वह दो व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय (स्वतंत्रता के बाद) बन गए।
तीन बार राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता और पूर्व विश्व कुश्ती चैंपियनशिप विजेता, सुशील अपने मेहनत की बदौलत रास्ते में आई कई कठिन चुनौतियों को पार करते हुए सफलता के शिखर पर पहुंचे हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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