मुंबई । मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच (Crime Branch of Mumbai Police) ने ‘मटका क्वीन’ जया के खिलाफ (Against ‘Matka Queen’ Jaya) 13 नए मामले (13 new cases) दर्ज किए (Registered), जिनमें आरोप लगाया है कि वह शहर में अपने मटका जुए के कारोबार को लगातार सक्रिय रख रही हैं।
क्राइम ब्रांच द्वारा जया के खिलाफ दर्ज किए गए 13 नए मामलों में धोखाधड़ी और महाराष्ट्र जुआ रोकथाम अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। अधिकारियों को संदेह है कि प्रदेश में अवैध रूप से चलाए जा रहे जुए के सबसे पुराने और फेमस लॉटरी सिस्टम में से एक कल्याण मटका को चलाने में उसकी भूमिका है। बता दें कि, मुंबई में शुरू में कल्याण भगत के अलावा रतन खत्री ही ऐसा शख्स थे, जिसे मटका किंग कहा जाता था। इन मामलों में बताया जा रहा है कि जया ने सभी मामलों में अग्रिम जमानत की मांग करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया है और कहा है कि उसे झूठा फंसाया गया है। कुछ मामलों को लेकर पुलिस ने कहा कि वे अग्रिम जमानत याचिकाओं की अंतिम सुनवाई तक जया के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेंगे। माना जा रहा है कि अदालत इस हफ्ते याचिकाओं पर सुनवाई कर सकती है।
जया को पांच अन्य लोगों के साथ अपने पूर्व पति और मटका किंग सुरेश भगत की हत्या के आरोप में 2008 में दोषी पाया गया था। फिर साल 2013 में जया को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, 2018 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीमारियों के चलते जया को जमानत दे दी थी। मटका क्वीन जया की कुछ अग्रिम जमानत याचिकाएं साल 2022 में दायर किए गए मामलों में हैं, वहीं एक याचिका 2014 के एक मामले पर है, जब वह जेल में थीं। याचिका में, जया के वकील तारक सईद ने तर्क दिया था कि वह 2004 से 2018 तक न्यायिक हिरासत में थी और एजेंसी इस बारे में अच्छी तरह से जानती थी लेकिन फिर भी साल 2014 में दर्ज मामले की जांच के लिए हिरासत की मांग नहीं की गई थी।
जया के वकील ने यह तर्क भी पेश किया कि मामले में एक चार्जशीट दायर की थी, जिसमें जांच पूरी हो गई है; इसलिए उसकी हिरासत की आवश्यकता नहीं है। अदालत ने भी इस तर्क से सहमति जताई और पिछले महीने ही साल 2014 के मामले में जया की याचिका को स्वीकार कर लिया था। इस याचिका में जया की ओर से यह भी कहा गया कि वह कई बीमारियों से पीड़ित हैं और इसके लिए उन्हें इलाज की जरूरत है।
माना जाता है कि सट्टेबाजी के एक पुराने रूप ‘मटका’ को मुंबई में कल्याणजी भगत द्वारा शुरू किया गया था। जया के पूर्व पति सुरेश भगत भी पिता की तरह मटका किंग कहे जाते थे। हालांकि, भगत की साल 2008 में एक एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। इसी मामले में जया पर आरोप था वह मटका के कारोबार पर कब्ज़ा जमाना चाहती थी, इसलिए उन्होंने सुरेश को मरवा दिया था। बाद में, ये आरोप साबित हुए थे और जया समेत पांच लोगों को सजा सुनाई गई थी।
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