
डेस्क: पाकिस्तान (Pakistan) के सिंध प्रांत (Sindh Province) में करीब 16 लाख बच्चे बाल मजदूरी (Child Labour) कर रहे हैं. यह आंकड़ा हाल ही में किए गए एक सर्वे में सामने आया है. यह सर्वे (Survey) जुलाई-अगस्त 2024 के दौरान सिंध सरकार के लेबर डिपार्टमेंट ने यूनिसेफ (UNICEF) और ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (Bureau of Statistics) की मदद से किया. सर्वे के अनुसार, सिंध के 5 से 17 साल की उम्र के 10.3% बच्चे, यानी करीब 16 लाख किसी न किसी तरह का काम कर रहे हैं.
इनमें से लगभग 8 लाख (50.4%) बच्चे ऐसे हैं जो खतरनाक हालात में काम करते हैं. जैसे कि बहुत लंबे समय तक काम करना, तेज धूप या ठंड में काम करना, और असुरक्षित औजारों के साथ खेती या फैक्टरियों में काम करना. काम करने वाले बच्चों में से सिर्फ 40.6% बच्चे स्कूल जाते हैं, जो बच्चे काम नहीं करते, उनमें से 70.5% स्कूल जाते हैं. यानी बाल श्रम शिक्षा को भी प्रभावित कर रहा है.
बाल मजदूरी में कंबर शाहदादकोट जिला सिंध में सबसे आगे है, जहां 30.8% बच्चे काम कर रहे हैं. इसके बाद थरपारकर (29%), टंडो मुहम्मद खान (20.3%), और शिकारपुर (20.2%) का स्थान है. कराची में बाल श्रम सबसे कम यानी 2.38% है. सिंध प्रांत के लेबर डिपार्टमेंट के डायरेक्टर सैयद मुहम्मद मुर्तजा अली शाह ने कहा कि सिंध सरकार बाल श्रम को रोकने के लिए कानूनों को अपडेट करने, लोगों को जागरूक करने, और कारखानों और दुकानों पर छापे मारने जैसे कदम उठा रही है. मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने इस समस्या से निपटने के लिए एक स्पेशल टास्क फोर्स भी बनाई है.
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