बैतूल। गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan) के दौरान झांकी देखने के लिए कुंए की मुंडेर (well mount) पर बैठे तीन युवक अचानक कुंए में गिर गए थे। इस दौरान दो युवकों को तो बचा लिया गया लेकिन तीसरे युवक की डूबने से मौत (death by drowning) हो गई। पुलिस ने रेस्क्यू कर युवक का शव बाहर निकालकर पोस्टमार्टम उपरांत परिजनों के सुर्पुद कर दिया है। यह घटना जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर आठनेर ब्लाक मुख्यालय के ग्राम हिड़ली में घटित हुई।
एक की मौत, दो बचे
आठनेर थाना प्रभारी जयंत मर्सकोले ने बताया कि सोमवार को गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान निकलने झांकियां निकल रही थी। झांकियाँ देखने के लिए एक ही परिवार के नशे में धुत सुगन पिता ढीमा(35), जगन पिता ढीमा (37) और भतीजा लवकुश पिता भैयालाल उइके (30) कुंए की मुंडेर पर बैठ गए। इसी दौरान अचानक तीनों एक के बाद एक कुंए में गिर गए। ऐसी जनचर्चा है कि तीनों युवक तैरने में माहिर थे और वह नहाने के लिए कुंए में कूदे थे। जबकि कुछ लोगों का कहना है कि पहले सुगन पिता ढीमा(35) कुंए में कूदा और उसके बाद दोनों कुंए में कूदे। इसके बाद जगन और लवकुश तैरकर स्वयं ही बाहर आ गए जबकि सुगन की कुंए में ही मौत हो गई जिसे ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया।
एक ही परिवार तीन युवक गिरे थे कुंए में
थाना प्रभारी जयंत मर्सकोले ने बताया कि हिड़ली में सोमवार को कुएं की मेड़ पर बैठे तीन युवक अनबैलेंस होकर कुएं में गिर गए, जिससे एक युवक की डूबने से मौके पर ही मौत हो गई, वहीं दो युवक बच गए। उन्होंने बताया कि एक ही परिवार के तीन युवक आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित कार्यालय के पास कुएं की मेड़ पर बैठकर गणेश प्रतिमा विसर्जन कर, दूसरी झांकी को देखने का इंतजार कर रहे थे। तीनों युवक अनबैलेंस होकर कुए में जा गिरे, जिसमें से एक युवक की मौत हो गई जबकि दो युवक तैर कर बाहर निकलने में कामयाब हो गए।
25 गहरे कुंए में 22 फीट भरा है पानी
जनपद अध्यक्ष रामचरण इरपाचे ने बताया कि कुआं 25 फीट गहरा था मात्र 3 फीट ही खाली था, बाकी 22 फीट लबालब पानी से भरा हुआ था, जिसकी मुंडेर पर तीन युवक झांकी देखने के लिए बैठे हुए थे। अचानक तीनों कुएं में गिर गए। दो युवक तैरकर बाहर निकल गए जबकि सुगन पिता ढीमा उइके जाति गोंड 35 वर्ष निवासी हिड़ली की पानी के अंदर ही फंसे होने से उसकी मौत हो गई। मृतक का बड़ा भाई जगन पिता ढीमा सहित मृतक का भतीजा लवकुश पिता भैयालाल उइके तैरकर बाहर निकलने में कामयाब हो गए। थाना प्रभारी जयंत मर्सकोले ने बताया कि गणेश विसर्जन की भीड़-भाड़ के कारण सुगन की किसी ने खोजबीन नहीं की, जब पता लगा कि सुगन बाहर नहीं आया तब तक उसकी पानी में डूबने से मौत हो चुकी थी। पुलिस ने रेस्क्यू कर शव निकालकर पोस्टमार्टम उपरांतपरिजनों को सौंप दिया है।
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