नई दिल्ली। वित्त आयोग के चेयरमैन एन के सिंह और 15वें वित्त आयोग के सदस्य आज शुक्रवार को आर्थिक सहयोग समिति के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि पर चर्चा की जाएगी। साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के टैक्स, माल एवं सेवा कर (जीएसटी) मुआवजा, राजस्व घाटा अनुदान और राजकोषीय समेकन पर भी चर्चा होगी।
ज्ञात हो कि कोविड-19 की महामारी की वजह से जीएसटी संग्रह बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वित्त मंत्रालय ने जीएसटी परिषद की 41वीं बैठक में चर्चा के बाद चालू वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जीएसटी मुआवजे के लिए राज्यों को दो विकल्प दिए हैं। वित्त सचिव अजय भूषण पांडेय ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में जीएसटी संग्रह में 2.35 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है, जिसमें से सिर्फ 97 हजार करोड़ रुपये की कमी जीएसटी के क्रियान्वयन की वजह से हुई और बाकी का नुकसान कोविड-19 की वजह से हुआ है।
उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था में 23.9 फीसदी की गिरावट आई है। दरअसल कोरोना वायरस के संक्रमण ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है। ये स्थिति कम उपभोक्ता मांग और घटते निजी निवेश के चलते उत्पन्न हुई है। (एजेंसी, हि.स.)
Share: