
इंदौर। रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने और शराब पीकर हंगामा करने वाले 20 से अधिक भिखारियों का रेस्क्यू किया गया, लेकिन सबूत नहीं होने के कारण लगभग 8 भिखारियों को समझाइश देकर छोडऩा पड़ा।
सरवटे बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशन में भिक्षावृत्ति की खबरें प्राप्त होते ही महिला एवं बाल विकास विभाग की रेस्क्यू टीम ने कार्रवाई करते हुए सरवटे बस स्टैंड से आठ भिक्षावृत्ति करने वाले लोगों को रेस्क्यू कर रैन बसेरा में आश्रय दिया, वहीं लगभग 12 भिक्षावृत्ति करने वाले लोगों को रेस्क्यू किया एवं लगभग आठ लोगों को समझाइश देकर छोडऩा पड़ा। सवाल यह उठता है कि जब रेलवे को भिखारियों की जानकारी थी तो उनके भीख मांगने के सबूत क्यों नहीं जुटाए गए। उज्जैन एवं देवास में रहने वाले इंदौर में आकर भीख मांग रहे हैं। रेलवे पुलिस आरपीएफ द्वारा बताया गया कि रेलवे स्टेशन में इन लोगों ने महीनों से डेरा डाल रखा था। कुछ भिक्षुकों द्वारा रात्रि में लगातार शराब पीकर हंगामा भी किए जाने की शिकायतें रेलवे स्टेशन में लगातार आ रही थीं, लेकिन सबूत नहीं होने के कारण भिखारियों को छोडऩा पड़ा। मुहिम में महिला एवं बाल विकास के साथ ही नगर निगम, श्रम विभाग, होमगार्ड विभाग, रेलवे पुलिस तथा एनजीओ के 25 सदस्य शामिल थे।
भिखारियों के अस्थायी निवास पर पड़ेगा छापा
अब महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी छापामार कार्रवाई करने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे स्थल, जहां पर भिक्षुओं ने अपने अस्थायी निवास बना लिए हैं उन क्षेत्रों में भी कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने रहवासी सूत्रों से जानकारी एकत्रित कर इस तरह की तैयारी की है कि खाली प्लॉट, रिंग रोड, ग्रीन बेल्ट जहां अस्थायी निवास बनाकर भिखारी निवास कर रहे हैं उन्हें ही हटाया जाएगा, जिसके लिए क्षेत्रवार नगर निगम के कर्मचारियों के साथ इन्हें हटाने की कार्रवाई की जाएगी। भिखारी की सूचना देने वाले पांच लोगों को जल्द ही कलेक्टर सम्मानित करेंगे।
रैनबसेरों में दान करें दानदाता
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास रजनीश सिन्हा ने अपील की है कि जो लोग कंबल या खाना बांट रहे हैं वह कृपया सडक़ों और रास्तों में वितरण करने की अपेक्षा रैन बसेरा एवं निराश्रित आश्रम, बाल आश्रम, वृद्धा आश्रम में सहयोग प्रदान करें और शासन द्वारा चलाई जा रही मुहिम में सहयोग प्रदान करें। ज्ञात हो कि देखा गया है आसपास के क्षेत्र से कंबल, खाना या अन्य सामान की भीख लेने के लिए ज्यादातर भिखारी शहर आ रहे हैं।
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