उत्तर प्रदेश बड़ी खबर

(अपडेट) कानपुर हादसे में 26 लोगों की मौत, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी ने जताया शोक

-प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये दिये जाने की घोषणा की

कानपुर। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (in Kanpur) में साढ़ थाना क्षेत्र (Saadh police station area) में शनिवार देर शाम श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्राली (tractor trolley full of devotees) अनियंत्रित होकर पानी से भरे खड्ड में पलट गई। हादसे में 32 लोगों के मरने की सूचना है। कानपुर नगर जिलाधिकारी ने 26 लोगों के मौत होने की पुष्टि (26 people confirmed dead) की है। हादसे को लेकर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया है।


प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की। इसी तरह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने का अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

साढ़ थाना क्षेत्र के कोरथा गांव में रहने वाला राजू निषाद ट्रैक्टर ट्राली लेकर शनिवार को अपने एक वर्षीय बेटे का मुंडन कराने उन्नाव के बक्सर स्थित चन्द्रिका देवी मंदिर गया था। ट्रैक्टर ट्राली में परिवारीजनों के साथ गांव के करीब 50 लोग सवार थे। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी थे। मुंडन के बाद दोपहर तीन बजे सभी लोग वापस गांव के लिए निकले थे। बताया जा रहा है कि राजू निषाद ट्रैक्टर चला रहा था और सभी पुरुष लोग रास्ते में मिले शराब ठेके पर शराब पी। इसके बाद देर शाम राजू ट्रैक्टर को तेजी से लहराकर चलाना शुरु किया। इस पर महिलाओं ने विरोध भी किया, लेकिन वह नहीं माना।

ट्रैक्टर अभी साढ़-घाटमपुर मार्ग पर हरदेव बाबा मंदिर के पास पहुंचा ही था कि अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड्ड में पलट गया। खड्ड में पानी भरा हुआ था जिससे लोग ट्राली के नीचे दब गये और पानी में डूबे रहे। हादसे की सूचना पर ग्रामीणों ने किसी तरह से ट्राली को सीधा किया और पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद लोगों को निकालने के लिए तेजी से कार्य किया गया लेकिन ज्यादातर लोगों की मौत हो चुकी थी। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक हादसे में 32 लोगों की मौत हो चुकी है। जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने 26 लोगों के मरने की पुष्टि की है। एसपी आउटर तेज स्वरुप सिंह ने बताया कि घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।


मंत्रियों के साथ पहुंचे आलाधिकारी
हादसे की जानकारी पर मंडलायुक्त डॉ राजशेखर, जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर, पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड, एसपी आउटर तेज स्वरुप सिंह सहित तमाम आलाधिकारी मौके पर पहुंच गये। उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कैबिनेट मंत्री राकेश सचान और राज्य मंत्री अजीत पाल भी घटना स्थल पर पहुंच गये और राहत बचाव तेज करने के निर्देश दिये।

पुलिस पर लगा लापरवाही का आरोप
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना के बाद मौके पर तो पहुंची लेकिन किसी भी प्रकार की सहायता नहीं की। ग्रामीण जब मोटरसाइकिलों से पहुंचे तो ट्राली को सीधा किया और लोगों को बाहर निकालने की प्रक्रिया तेज की। आरोप यह भी है कि पुलिस ने एंबुलेंस भी नहीं उपलब्ध कराया और ग्रामीण अपनी अपनी मोटरसाइकिलों से घायलों को अस्पताल तक लेकर पहुंचे। आरोप लगाया गया कि अगर पुलिस मुस्तैदी दिखाती तो मरने वालों की संख्या कम होती। (एजेंसी, हि.स.)

मृतकों की सूची, सूचना के आधार पर

1 – मिथलेश 50 वर्ष, पति रामसजीवन

2 – केशकली पति देशराज

3 – किरन पिता शिवनारायण

4 – पारुल पिता रामाधर

5 – अंजली पिता रामसजीवन

6 – रामजानकी पति छिद्दू

7 – लीलावती पति रामदुलारे

8 – गुड़िया पति संजय

9 – तारा देवी पति टिल्लू

10 – अनिता देवी पति बीरेंद्र सिंह

11 – सान्वी पिता कल्लू

12- शिवम पिता कल्लू

13 – नेहा पिता सुंदरलाल

14 – मनिसा पिता रामदुलारे

15- ऊसा पति ब्रजलाल

16- गीता सिंह पति शंकर सिंह

17 – रोहित पिता रालदुलारे

18- रवी पिता शिवराम

19 – जयदेवी पति शिवराम

20 – मायावती पति रामबाबू

22 सुनीता पिता प्रहलाद

23 – सिवानी पिता स्व रामखिलावन

24 – फूलमती पति स्व सियाराम

25 – रानी पति रामशंकर

Share:

Next Post

स्वराज का बिम्ब और स्वदेशी का संकल्प

Sun Oct 2 , 2022
– गिरीश्वर मिश्र सन् 1909 में लंदन से दक्षिण अफ्रीका लौटते हुए गांधी जी ने तब तक के अपने सामाजिक-राजनैतिक विचारों को सार रूप में गुजराती में दर्ज किया था जिसे ‘हिंद स्वराज’ शीर्षक से प्रकाशित किया था। उसे बंबई की सरकार ने जब्त कर लिया। फिर जब गांधी जी 1915 में दक्षिण अफ्रीका का […]