
नई दिल्ली: इस्लामिक स्टेट ने खुरासान मैगजीन का लेटेस्ट एडिशन जारी किया है. इसके जरिए उसने देश का सामाजिक ताना बाना पूरी तरह से बिगाड़ने की कोशिश की है. मौलाना महमूद मदनी को भी इसमें टारगेट किया है. वहीं कई तरह की भड़काने वाली तस्वीरें इसमें लगाई गई हैं. भारत में नफरत का बीज रोपने के लिए इस किताब में फुल मैटेरियल है. बच्चों की तस्वीरें लगाई गई हैं. हिंदू और मुस्लिम के सौहार्द देख आतंकी संगठन की नींद हराम हो. आरएसएस और मुस्लिक स्कॉलर्स की बैठक भी ISIS को रास नहीं आ रही. इसको लेकर भी हमला किया गया है.
मैगजीन में लिखा है कि हम भारत मे मुस्लिम उलेमाओं और बुद्धिजीवी जाहिलों द्वारा गौमूत्र पीने वाली काफ़िर कौम RSS के चरणों में वदंना करते देख शोक मना रहे हैं. भारत में मुस्लिमों के हक की आवाज़ उठाने के लिए बने संगठन अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की कठपुतलियों बन चुके हैं.
मैगजीन के सहारे भारत पर हमला
मैगजीन में मौलाना महमूद मदनी को गद्दार तक कहा गया है. उसने लिखा है कि सेक्युलरिज़्म के नाम पर मुसलमानों में काफ़िरत भरने का काम मौलाना महमूद मदनी कर रहे हैं. आगे लिखा है कि मूर्ख उलेमा मौलाना महमूद मदनी ने हिन्द के मुसलमानों का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से केवल वैचारिक लड़ाई की बात करके वे मुस्लिमों के साथ ही गद्दारी कर हिंदुओं का तुष्टिकरण कर रहे हैं.
कई नेताओं पर साधा निशाना
खुरासान में लिखा है कि इस्लामिक स्टेट ने असम में हिंदुत्ववादियों द्वारा मुस्लिम समुदाय पर हुए हमले के मामले को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत उलेमा हिंद में मदनी गुट के अलावा असदुद्दीन ओवैसी की नाकामी बताकर उनको संघ के हाथ बिका हुआ बताया गया है. मैगज़ीन में कौमी एकता के संदेश देने के लिए विभिन्न मौकों पर एक साथ मंच पर आये मुस्लिम और हिंदू धर्मगुरु की तस्वीरें लगाकर उन्हें कौम का गद्दार बताकर उनके खिलाफ बगावत करने और जिहाद के लिए खड़े होने का आह्वान किया गया हैं.
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