नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chaddha) को अमेरिका की प्रतिष्ठित हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से बुलावा आया है। उन्हें हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ग्लोबल लीडरशिप (Harvard University Global Leadership) और पब्लिक पॉलिसी (Public Policy) के कार्यक्रम के लिए चुना गया है। आप सांसद ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी तो वरिष्ठ पत्रकार निधि राजदान ने राघव से मजे ले लिए।
दरअसल, कुछ साल पहले निधि ने बताया था कि उन्हें हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से प्रोफेसर पद ऑफर करते हुए ईमेल आया है, लेकिन बाद में वह बात फ्रॉड निकली थी।
आप सांसद राघव चड्ढा ने एक्स पर पोस्ट किया, ”सीखना एक आजीवन यात्रा है! मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मुझे प्रतिष्ठित हार्वर्ड विश्वविद्यालय द्वारा 21वीं सदी के लिए वैश्विक नेतृत्व और सार्वजनिक नीति पर अपने कार्यक्रम के लिए चुना गया है – बोस्टन, यूएसए में हार्वर्ड केनेडी स्कूल में। राज्यसभा के सबसे युवा सदस्यों में से एक के रूप में, मेरा मिशन हमेशा उन मुद्दों को संबोधित करना रहा है जो लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं और उनकी आकांक्षाओं को आगे बढ़ाना है। मैं वैश्विक नेताओं और साथियों से सीखने, ऐसे दृष्टिकोण प्राप्त करने के लिए उत्सुक हूं जो भारत में सार्थक, जन-केंद्रित नीतिगत बदलावों को आगे बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। हार्वर्ड में सभी से जुड़ने के लिए उत्सुक हूं!”
Hi @raghav_chadha , this is not a bad suggestion. Take it from someone who knows 😉.
And ironically many of you who mock me can’t tell the difference between a parody account and the real person. pic.twitter.com/I0oFI3gwTS
— Nidhi Razdan (@Nidhi) March 6, 2025
राघव के इस पोस्ट पर कई यूजर्स की प्रतिक्रियाएं सामने आईं। एक यूजर ने निधि राजदान का फेक अकाउंट बनाते हुए लिखा कि अच्छे से मेल चेक कर ले भाई। यूजर ने यह इसलिए लिखा था, क्योंकि निधि राजदान के साथ अतीत में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी वाला एक फ्रॉड हो चुका था। यूजर की इस प्रतिक्रिया पर वास्तविक निधि राजदान ने भी रिप्लाई दिया। उन्होंने फेक यूजर का स्क्रीनशॉट लगाते हुए राघव चड्ढा से मजाकिया अंदाज में कहा, ”हाई, राघव चड्ढा, यह कोई बुरा सुझाव नहीं है। इसे किसी जानकार व्यक्ति से लें। और विडंबना यह है कि आप में से कई लोग जो मेरा मजाक उड़ाते हैं, वे पैरोडी अकाउंट और असली व्यक्ति के बीच अंतर नहीं बता सकते।” निधि ने अपने पोस्ट के मजाक करने वाला स्माइली भी बनाया।
ऑनलाइन फिशिंग का शिकार हो चुकी हैं निधि
निधि राजदान के मजाकिया अंदाज में किए गए पोस्ट पर लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दीं। एक यूजर ने कहा कि आपसे जुड़ी कोई भी चीज के बारे में यह बताना मुश्किल है कि वह असली है या नकली। एक और यूजर ने लिखा कि ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है।
बता दें कि साल 2020-21 में एनडीटीवी की पूर्व पत्रकार रहीं निधि राजदान के साथ हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को लेकर धोखा हो गया था। उन्हें मेल के जरिए बताया गया था कि उन्हें हार्वर्ड में पत्रकारिता की पढ़ाई करवाने के लिए एसोसिएट प्रोफेसर की नौकरी मिली है। इसके चलते उन्होंने अपने संस्थान से इस्तीफा भी दे दिया था, लेकिन कुछ महीनों के बाद उन्हें हार्वर्ड के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें कोई नौकरी नहीं ऑफर की गई, बल्कि वह ऑनलाइन फिशिंग की शिकार हुई हैं।
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