देश विदेश

कुलभूषण जाधवः पाक हरकतों से नहीं आया बाज, बचे तीन दिन

इस्लामाबाद। कुलभूषण जाधव  के मामले में पाकिस्तान ने फिर अपनी चालबाजी दिखाई। ऐसे में अब भारत फिर से अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का दरवाजा खटखटा सकता है। पाकिस्तान ने अपनी जेल में बंद भारतीय नौसेना के रिटायर्ड अधिकारी कुलभूषण जाधव से मिलने के लिए दूसरी बार भारतीय उच्चायुक्त को राजनयिक पहुंच तो दी। लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। उसने इंटरैनशनल नियमों की अनदेखी की। इसकी वजह से बातचीत होना और न होना बराबर रहा। कुलभूषण जाधव के पास उन्हें मिली सजा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए अब सिर्फ 3 दिन का वक्त बचा है, ऐसे में भारत उन्हें न्याय दिलाने की हर संभव कोशिश करेगा।
पाकिस्तान ने गुरुवार को भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से मिलने के लिए भारत को काउंसलर एक्सिस दिया। भारतीय अधिकारी वहां पहुंचें तो पाकिस्तानी अधिकारियों ने बातचीत को विफल करने की कोशिश शुरू कर दी। कुलभूषण से भारतीय अधिकारियों को अकेले में बात नहीं करने दी। इतना ही नहीं बातचीत की रेकॉर्डिंग तक की जा रही थी।
दरअसल, जाधव पर पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट ने जासूसी के आरोप लगाते हुए फांसी की सजा सुनाई है। इसके खिलाफ रिव्यू पिटिशन दायर करने के लिए जाधव पर अब 20 जुलाई तक का वक्त है। ऐसे में पाकिस्तान ने कहा था कि जाधव ने अपनी फांसी की सजा के खिलाफ रिव्यू पिटीशन दायर करने से इनकार कर दिया है। जवाब में भारत ने कहा था कि जाधव पर दबाव बनाकर ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया है। ऐसे में भारतीय अधिकारियों की जाधव से यह मुलाकात जरूरी थी। अधिकारी बताते हैं कि मुलाकात के वक्त जाधव काफी परेशान दिख रहे थे।
पाकिस्तान ने ऐसा करके सीधे तौर पर फिर स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले का उल्लंघन किया है। ऐसे में भारत जल्द दोबारा ICJ का दरवाजा खटखटा सकता है। दरअसल, पाकिस्तान ने ICJ के फैसले के उल्लंघन के साथ-साथ अपने मई 20 ऑर्डिनेंस का भी पालन नहीं किया। इसमें जाधव की सजा पर फिर विचार की बात थी। बता दें कि पिछले एक साल में भारत 12 बार काउंसलर एक्सिस की मांग कर चुका है। अब खुद को मिली सजा के खिलाफ जाधव के पास रिव्यू पिटिशन दायर करने के लिए सिर्फ 20 जुलाई तक का वक्त है।
कुलभूषण से मुलाकात के लिए गुरुवार को जब भारत के दो अधिकारी पहुंचे तो इस मुलाकात में पाकिस्तानी अधिकारी भी शामिल रहे। साथ ही वहां बातचीत को रिकॉर्ड करने के लिए कैमरा भी लगाया गया था। इस दौरान कुलभूषण काफी परेशान लग रहे थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि भारतीय हाई कमीशन के जो दो अधिकारी कुलभूषण से मिलने गए थे उन्होंने इसका विरोध किया और मीटिंग से वापस चले आए। अधिकारियों ने पाक अधिकारियों के इस बातचीत में शामिल होने का विरोध भी किया लेकिन वे वहां से नहीं हटे।
मुलाकात के लिए पाकिस्तान की ओर से ऐसी व्यवस्था की गई थी जिससे कुलभूषण के साथ मनमुताबिक बातचीत की ही नहीं जा सकती थी। बातचीत करने गए दोनों अधिकारी कुलभूषण से उनके कानूनी अधिकार के बारे में बातचीत ही नहीं कर सकते थे और उन्हें लिखित सहमति लेने के लिए भी रोका गया था। प्रवक्ता ने बताया कि हमने पहले ही कहा था कि इस मुलाकात में कोई पाक अधिकारी नहीं होना चाहिए। पाकिस्तान ने इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के 2019 के फैसले को पूरी तरह से लागू नहीं किया और खुद के दावे का भी पालन नहीं किया।
बता दें कि हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पिछले साल जुलाई में कहा था कि पाकिस्तान को जाधव को दोषी ठहराए जाने और सजा की प्रभावी समीक्षा और पुनर्विचार करना चाहिए और उसे बिना देरी किए भारत को राजनयिक पहुंच प्रदान करना चाहिए। लेकिन पाक ने ऐसा नहीं किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि पाक ने ICJ के आदेश का उल्लंघन किया है। इससे स्पष्ट है कि इस मामले में पाकिस्तान का रूख गंभीर नहीं है और बाधा डालने वाला है।

Share:

Next Post

मप्र में 735 नये मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या 20 हजार के पार, अब तक 689 लोगों की मौत

Fri Jul 17 , 2020
भोपाल । मध्यप्रदेश में शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 735 नये मामले सामने आए हैं, जबकि सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या 20 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं, प्रदेश […]