
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में राजनीतिक तापमान एक बार फिर चढ़ गया है। भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अपने हाथ गंदे किए बिना मुस्लिम ध्रुवीकरण करवाने की रणनीति पर काम कर रही हैं और इसके लिए उन्होंने टीएमसी के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर का इस्तेमाल किया। यह विवाद तब बढ़ा जब टीएमसी ने गुरुवार को विधायक कबीर को उस बयान के बाद निलंबित किया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि वे मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में बाबरी मस्जिद का उद्घाटन करेंगे।
भाजपा नेताओं का कहना है कि कबीर पहले भी बयान दे चुके थे कि मुर्शिदाबाद में 70% मुस्लिम और सिर्फ 30% हिंदू हैं, लेकिन तब पार्टी ने कोई कार्रवाई नहीं की। भाजपा का आरोप है कि यह पूरा मामला धार्मिक नहीं, बल्कि राजनीतिक ध्रुवीकरण का हिस्सा है। बीजेपी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए बंगाली कहावत का हवाला देते हुए कहा ‘धोरी माछ ना छुई पानी’ यानी काम करवाओ पर हाथ न गंदे करो।
भाजपा ने दावा किया कि कबीर के समर्थक बेलडांगा में ईंटें लेकर बाबरी मस्जिद निर्माण की तैयारी कर रहे हैं और कथित रूप से पुलिस उन्हें सुरक्षा दे रही है। पार्टी ने चेतावनी दी कि यह गतिविधि क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव भड़का सकती है।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा कि यह क्षेत्र पहले से संवेदनशील है और किसी भी प्रकार की उकसाहट से हालात बिगड़ सकते हैं। उन्होंने कहा बेलडांगा में पकड़ी गई गतिविधियां बेहद चिंताजनक हैं। अगर यहां अस्थिरता बढ़ी तो यह NH-12 को प्रभावित कर सकती है, जो उत्तर बंगाल का मुख्य संपर्क मार्ग है। ऐसा होना राष्ट्रीय सुरक्षा तक के लिए चुनौती बन सकता है। मालवीय ने आरोप लगाया कि कथित मस्जिद निर्माण धार्मिक नहीं बल्कि राजनीतिक रणनीति है, जिसका उद्देश्य मतों का ध्रुवीकरण और वोट बैंक की मजबूती है।
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