
उज्जैन। आज सुबह एक छोटी बच्ची को स्कूल जाते समय आवारा कुत्ते ने शिकार बना लिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद नगर निगम कुत्तों को नहीं पकड़ रही है। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने आवारा श्वानों से नागरिकों की सुरक्षा को लेकर नगरीय निकायों को सख्त निर्देश दे रखे हैं। उज्जैन शहर में इसके बावजूद अभी तक नगर निगम ने आवारा श्वानों के खिलाफ अभियान शुरु नहीं किया है।
इसके कारण आए दिन 25 से 30 लोग आवारा श्वानों शिकार हो रहे हैं। आज सुबह जिला अस्पताल में खाराकुंआ बोहरा बाखल की पत्थर गली में रहने वाले शब्बीर हुसैन की पुत्री उमा सलमा आज सुबह घर से स्कूल के लिए एटलस चौराहे तक बस में बैठने हेतु पैदल जा रही थी। वह कक्षा 6ठी की छात्रा हैं। रास्ते में उसे आवारा श्वानों ने घैर लिया और उसके पैर पर काट लिया। श्वानों के हमले के बाद घायल अवस्था में बालिका के पिता शब्बीर उसे लेकर चरक अस्पताल पहुंचे तथा उपचार शुरु कराया। जिला अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक इस वर्ष 1 जनवरी से लेकर आज 2 दिसंबर की सुबह तक 6 हजार से अधिक लोगों को उज्जैन में आवारा श्वानों ने शिकार बनाया है और जिला अस्पताल में उनका उपचार किया गया है। इसके अलावा आसपास के ग्रामीण इलाकों में इस वर्ष 8 लोगों को सियार ने काटा है। अस्पताल में प्रतिदिन 25 से 30 लोग श्वानों के काटे जाने के बाद उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
बता दें कि वर्ष 2020 में उज्जैन नगर निगम ने सदावल स्थित कुत्ता घर में कुत्तों की नसबंदी करने का ठेका एक कंपनी को दिया था।
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