इस्लामाबाद। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने शनिवार को चेतावनी दी कि पाकिस्तानी सेना और अन्य सरकारी संस्थानों के खिलाफ बोलने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ 72 घंटे के भीतर कार्रवाई शुरू की जाएगी।
समाचारपत्र डॉन के मुताबिक राशिद का वक्तव्य पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के उस बयान के ठीक एक दिन बाद आया है जिसमें कहा गया कि विपक्ष के आंदोलन को अब केवल सरकार पर ही नहीं बल्कि इसके ‘समर्थकों’ के खिलाफ भी निर्देशित किया जाएगा।
रहमान ने यह भी कहा था कि पीडीएम के राजधानी इस्लामाबाद तक के लंबे मार्च को रावलपिंडी तक बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष आगामी उप चुनावों में भाग लेगा लेकिन संकेत दिया कि सीनेट चुनावों में भाग लेने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
राशिद ने इस बात की भी पुष्टि की कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख नवाज शरीफ के पासपोर्ट की अवधि 16 फरवरी को समाप्त होने पर कोई विस्तार नहीं दिया जाएगा। शरीफ ने बार-बार खुद को सत्ता से बेदखल करने और इमरान खान की ‘नाजायज’ सरकार को सत्ता में बैठाने के लिए सेना को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने इमरान सरकार को सेना के हाथों की कठपुतली भी करार दिया है।