गुवाहाटी । मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि ‘पाकिस्तान समर्थक’ रुख अपनाने पर (For taking Pro-Pakistan Stance) असम पुलिस (Assam Police) ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया (Arrested 19 People) ।
सरमा ने कहा कि रविवार तक 19 लोगों को भारतीय धरती पर रहते हुए सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर पाकिस्तान के समर्थन में बयान देने के लिए गिरफ्तार कर जेल में डाला गया है। उन्हें “देशद्रोही” कहते हुए उन्होंने कहा, “कुल 19 राष्ट्रद्रोहियों को सलाखों के पीछे डाला गया है।” हाल ही में बरपेटा और कछार जिलों में गिरफ्तारियां हुई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जरीफ अली को बरपेटा से गिरफ्तार किया गया, जबकि इमरान हुसैन और कोमार उद्दीन को कछार जिले से हिरासत में लिया गया। गिरफ्तार किए गए 19 लोगों में सबसे प्रमुख एआईयूडीएफ पार्टी के विधायक अमीनुल इस्लाम हैं। वह राज्य में “पाकिस्तान के समर्थन” के लिए गिरफ्तार होने वाले पहले व्यक्ति थे।
असम के धींग विधानसभा क्षेत्र से एआईयूडीएफ विधायक इस्लाम को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बारे में उनके भड़काऊ बयान के बाद गुरुवार को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें 20 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो क्लिप में इस्लाम को यह दावा करते हुए सुना जा सकता है कि पहलगाम और पुलवामा हमले “सरकारी साजिश” का हिस्सा थे।
उन्होंने कहा, “छह साल पहले जब पुलवामा में आरडीएक्स विस्फोट हुआ था और 42 जवान शहीद हुए थे, मैंने उस दिन कहा था कि पुलवामा विस्फोट केंद्र सरकार की साजिश के तहत हुआ था और यह 2019 के लोकसभा चुनाव जीतने की साजिश थी।” उन्होंने कहा कि पहलगाम में जो हुआ, वह यह है कि भाजपा यह प्रचारित कर रही है कि आतंकवादियों ने धर्म के बारे में पूछा और केवल हिंदुओं पर गोलियां चलाईं और मुसलमानों को छोड़ दिया।
उन्होंने कहा, “लेकिन पीड़ितों ने कहा कि आतंकवादियों ने किसी का नाम पूछे बिना ही गोलियां चलाईं और मुझे संदेह है कि पुलवामा हमले में जिसमें आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया था, वह सांठगांठ थी।” उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना के पीछे भी यही सांठगांठ है।
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