विदेश

चीन से किस बात का बदला लेने के लिए पाकिस्तान में हुए बम धमाके, जानें विस्तार से

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में मंगलवार को हुए जबरदस्त बम धमाके को अंजाम देने की जिम्मेदारी जब से बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (Balochistan Liberation Army) ने ली है. तब से इस बात को लेकर चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि आखिरकार पाकिस्तान के भीतर इस तरह से घात लगा कर हमला करने की साजिश के पीछे की सबसे बड़ी वजह क्या है. इस हमले में निशाने पर चीन के नागरिक थे. दूसरी बड़ी चर्चा इस बात को लेकर है कि आखिर इस हमले में चीनियों को टारगेट करने का कारण क्या है. क्या चीन के लोगों पर किया गया ये हमला एक सुनयोजित साजिश का हिस्सा है. एक ऐसी सुनयोजित साजिश जिसके पीछे की वजह है एक बड़ा बदला. जो बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने चीन से लिया गया है.

इस हमले के बाद रातोंरात बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के बारे में न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि पूरे दुनिया में बात होने लगी है. क्या है BLA? क्यों कर रहा है वो इस तरह के हमले? उसके हमले में निशाने पर चीन के नागरिक क्यों हैं? क्या हैं BLA की मांगें? आइये एक-एक करके इन सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करते हैं… BLA यानी बलुचिस्तान लिबरेशन आर्मी, पाकिस्तान का एक उग्रवादी संगठन है जिसका मकसद पाकिस्तान से बलूचिस्तान को आजाद कराना है. हलांकि BLA आधिकारिक तौर पर साल 2000 में बनी है लेकिन बलुचिस्तान लिबरेशन आर्मी साल 1970 से ही बलूचिस्तान की आजादी के लिए लगातार लड़ाई लड़ रहा है.

हाल के सालों में BLA ने पाकिस्तान के कई अलग-अलग जगहों पर हमले किए हैं, जिनके पीछे ये कई बड़ी वजहें गिनवाते हैं. BLA का ये हमेशा से मानना है कि पाकिस्तानी सेना बलूचिस्तान में स्थानीय लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार करती है, बदसलूकी करती है. बलूच के बाशिंदे ये मानते हैं कि पाकिस्तान ने कभी भी बलूचिस्तान की बेहतरी के लिए कदम नहीं उठाए हैं और सिर्फ यहां के संसाधनों का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया है. BLA गुरिल्ला हमले करने में भी माहिर हैं, पाकिस्तान में मंगलवार को हुए आत्मघाती हमले को BLA की मजीद ब्रिगेड की महिला फिदायीन हमलावर शैरी बलूच उर्फ ब्रम्श ने अंजाम दिया है. इससे साल 2021 में BLA ने पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों में 12 हमले किए थे. साल 2020 के एक हमले में BLA ने पाकिस्तान के 16 जवानों को मार डाला था. BLA वैसे तो बलूचिस्तान के क्षेत्र में अधिक सक्रिय है लेकिन पाकिस्तान के अन्य प्रदेशों में भी उसकी गतिविधियां पिछले कुछ सालों से लगातार बढ़ रही हैं. पाकिस्तान, भारत और अफगानिस्तान पर BLA को सपोर्ट करने का आरोप लगाता रहा है जिसका दोनों देश विरोध करते रहे हैं.


पाकिस्तान में एक ऐतिहासिक जगह है, कायद-ए-आजम-रेसीडेंसी. ये वो जगह है जहां मुहम्मद अली जिन्ना ने अपने जीवन के आखिरी दिन बिताए थे. 15 जून 2013 को इस बिल्डिंग पर रॉकेट से हमला किया गया था जिसके बाद इमारत ध्वस्त हो गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी भी BLA ने ली थी. BLA के उग्रवादियों ने इस स्मारक स्थल से पाकिस्तान का झंडा हटाकर BLA का झंडा लगा दिया था. बाद में इस बिल्डिंग को फिर से बनाया गया और 14 अगस्त 2014 को पाकिस्तान के तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ के लिए रेसीडेंसी को खोला गया था.

पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर घात लगाकर किया गया ये हमला BLA की एक बड़ी सोची समझी प्लानिंग का नतीजा है. पाकिस्तान के सिंध प्रांत के कराची यूनिवर्सिटी में कन्फ्यूशियस इंस्टिट्यूट के पास किए गए इस सुसाइड बम हमले में चीनी नागरिकों सहित चार लोग मारे गए. दरअसल पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान के आंतरिक और बाहरी दोनों ही मसलों और फैसलों में चीन का दबदबा, दबाव और प्रभाव काफी बढ़ता चला गया है. यहां तक कि अब हालात ये हैं कि पाकिस्तान अपने देश के अंदरूनी मामलों को लेकर अगर कोई भी फैसला लेता है तो वो चीन की रजामंदी और उससे पूछे बगैर नही लेता.

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का फायदा चीन ने पाकिस्तान से बखुबी उठाना शुरू किया. इस बहाने चीन पाकिस्तान के अंदरूनी मामलों में अपनी दखलअंदाजी बढ़ाता चला गया. आज अगर पाकिस्तान दुनिया के सबसे ज्यादा अस्थिर देशों की लिस्ट में शामिल है तो उसकी एक सबसे बड़ी वजह चीन की दखलअंदाजी है. BLA ऐसा मानता है कि चीन की इस मनमानी और दखलअंदाजी का असर प्रत्यक्ष या फिर अप्रत्यक्ष तौर पर बलुचिस्तान पर भी लगातार पड़ रहा है. यही वजह है बलुचिस्तान लिबरेशन आर्मी, चीन से बदला लेने का कोई मौका छोड़ना नही चाहती है.

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