भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

चुनावी साल में सियासी दलों के निशाने पर नौकरशाह

  • कांग्रेस ने अधिकारियों को दी चेतावनी, बोली- गुलामी न करें, सरकारें बदलती हैं

भोपाल। मध्यप्रदेश में कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को एमपी-एमएलए कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई है और कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव पर एफआईआर दर्ज की गई है। अब विपक्ष इस कार्रवाई को लेकर सरकार पर हमलावर हो गई है। अधिकारी भी एक बार फिर कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अधिकारी पैसे लेन-देन कर इस तरह के केस दर्ज करवाते हैं। अधिकारी ध्यान से सुन लें, इन फर्जी केस के खिलाफ हम इतने आंदोलन करेंगे कि इन्हें अपनी पुश्ते याद आ जाएंगी। जो अधिकारी गुलामी की पराकाष्ठा कर रहे हैं, उनके लिए ये सीधी चेतावनी है। इस पर मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार किया है।
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जीतू पटवारी ने जब विधानसभा में किसानों के ऊपर हो रहे अत्याचार पर आवाज़ उठाई, तो उन्हें विधानसभा से हटा दिया गया। कुणाल चौधरी ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि ध्यान से सुन लें इस फर्जी मामले के खिलाफ हम इतने आंदोलन करेंगे की सबको अपनी अपनी पुस्ते याद आ जाएंगी। ये इस तरह से सरकार से डरकर रोज केस दर्ज करने का काम करते हैं, ताकि कांग्रेस अपने क्षेत्रों में लोगों की आवाज उठाने से दब सके।


कांग्रेस की अधिकारियों को चेतावनी
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि जो अधिकारी सरकार की गुलामी की पराकाष्ठा कर रहे हैं, उनके लिए ये सीधी चेतावनी है। सरकार के प्रेशर में ना आएं फर्जी केस दर्ज करना बंद कर दें। सरकारें बदलती भी है। जब हमारी सरकार आएगी तब सारी स्थितियां एक बार में ठीक करने का काम किया जाएगा। चाहे हम किसान के खिलाफ आवाज उठाएं या चाहे नौजवान और बेरोजगारी के खिलाफ आवाज उठाए।

भाजपा ने किया पलटवार
कांग्रेस के अधिकारियों को चेतावनी देने पर मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ये काम कांग्रेस करती थी। भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस तरह का कोई काम करती है ना हमें इसकी ज़रूरत है। गुंडे बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज नहीं होंगे, तो किसके खिलाफ होंगे। कांग्रेस के गुंडे बदमाश लोग है, गुंडागर्दी, चोरी, वसूली, और 2 नंबर के काम और कालाबाजारी करें, लेकिन कार्यकर्ता पर केस दर्ज न हो। जितने कालाबाजारी है उनके कांग्रेस से संबंध क्यों है? कमलनाथ की आदत है किसी को धमकाना किसी को चमकाना। कभी अधिकारी, कभी कर्मचारी और कभी कार्यकर्ताओं को धमकाते हैं। यह हारी हुई मानसिकता का परिचायक है। ड्राइंग रूम में बैठकर कह देना कि मैं सरकार बना रहा हूँ। सरकार बनते ही ये कर दूँगा। बच्चे की पुलिस जैसी आदत है। हाथ में नकली बंदूक लेकर लोगों को चमकाते रहते हैं।

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