मुंबई । शिवसेना सांसद (Shiv Sena MP) संजय राउत ( Sanjay Raut) ने कहा है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन (protest against agricultural laws) कर रहे किसानों (farmers) के साथ ऐसे व्यवहार किया जा रहा है, जैसे वे ‘आतंकवादी’ (terrorists) हों और यह दुखद है कि उन्हें दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है.
राउत ने कहा कि सरकार को किसानों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए. केन्द्र द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हजारों किसान ‘दिल्ली चलो’ कूच के तहत राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर डेरा जमाए हुए हैं.
राउत ने कहा, ‘दुख की की बात है कि उन्हें (किसानों) दिल्ली आने की अनुमति नहीं दी जा रही और उनके साथ ऐसे व्यवहार किया जा रहा है, जैसे वे आतंकवादी हों औऱ किसी दूसरे देश से आए हों.
बता दें कि दिल्ली बॉर्डर पर पंजाब और हरियाणा के किसान डेरा जमाए हुए हैं. किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार हाल ही में पारित तीन कृषि कानूनों को रद्द करे. इसके साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म नहीं किया जाएगा इसकी गारंटी दे. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों से आग्रह किया था कि वे दिल्ली के निरंकारी मैदान में प्रदर्शन करें. किसानों ने आज सुबह बैठक में इस आग्रह को मानने से इनकार कर दिया. किसानों ने कहा कि निरंकारी मैदान एक खुली जेल की तरह है.
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