पटना। लालू यादव के समधी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा राय के बेटे चंद्रिका राय जेडीयू में शामिल हो गए हैं। इसके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री राम लखन सिंह यादव के पौत्र जयवर्धन यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्री एम ए फातमी के बेटे फ़राज़ फातमी भी जेडीयू में शामिल हुए। विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने आरजेडी के बेस वोट बैंक मुस्लिम-यादव समीकरण में सेंध लगा दी है।
बता दें कि चंद्रिका राय का आरजेडी से बहुत पहले ही मोहभंग हो गया था। चन्द्रिका राय छह बार सारण जिले के परसा विधानसभा सीट से आरजेडी के विधायक रह चुके हैं। पुरानी मित्रता के चलते लालू यादव ने अपने पुत्र तेजप्रताप यादव का विवाह चन्द्रिका राय की पुत्री ऐश्वर्या राय से किया। शादी के कुछ महीने बाद ही अनबन की खबरें आने लगीं। मामला कोर्ट में चलने लगा।
चंद्रिका राय की नाराजगी आरजेडी से तब और बढ़ गई जब लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। दरअसल, पिछले लोकसभा चुनाव में चंद्रिका राय सारण सीट से आरजेडी के उम्मीदवार थे, लेकिन इस सीट पर लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने लालू-राबड़ी मोर्चा के तहत उनके खिलाफ उम्मीदवार उतार दिया था। इतना ही नहीं तेजप्रताप यादव ने लोगों से ये भी अपील की थी कि वे चंद्रिका राय को वोट न करें। तेज प्रताप यादव के इस कदम को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कई मौके पर चंद्रिका राय ने इसको लेकर अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर की थी।
चंद्रिका राय ये भी दावा कर चुके हैं कि बिहार में नीतीश कुमार की ही सरकार बनेगी। वे नीतीश कुमार के काम की तारीफ कर चुके हैं। चंद्रिका राय के मुताबिक, सीएम नीतीश के काम की वजह से बिहार आगे बढ़ा है।
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