भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि एक सितम्बर से प्रदेश के ऐसे सभी गरीब जिन्हें अभी तक उचित मूल्य राशन नहीं मिल रहा था,अब उन्हें एक रूपये किलो गेहूं, चावल एवं नमक मिलेगा। प्रति व्यक्ति प्रतिमाह 5 किलो उचित मूल्य राशन मिलेगा। इसके अलावा गरीब परिवारों को नवंबर माह तक 5 किलो प्रति व्यक्ति नि:शुल्क राशन भी प्रदाय किया जाएगा। सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के 37 लाख गरीब हितग्राही लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिलों में सभी नए हितग्राहियों को 31 अगस्त तक पात्रता पर्चियां जारी किए जाना तथा उनकी आधार सीडिंग किए जाना सुनिश्चित करें, जिससे एक सितम्बर से उन्हें राशन मिल सके। मुख्यमंत्री ने बताया कि नए हितग्राहियों की पात्रता पर्ची शासन के एम-राशन एप तथा पोर्टल से डाउनलोड की जा सकती है। उन्होंने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक नवीन हितग्राही को एक सितम्बर से पहले उनके घर पर पात्रता पर्ची अनिवार्य रूप से वितरित करवाएं।
Share:Next Post
देश युवाओं को जॉब नहीं दे पाएगा, जो असहमत हैं 6-7 महीने इंतजार कर लेंः राहुल गांधी
Related Articles
मुख्यमंत्री की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं मंत्री
बार-बार समझाइश भी बेसर, न विभागों की समीक्षा कर रहे न आइडियाज पर काम कर रहे भोपाल। कोरोना संक्रमण के बीच प्रदेश में सरकारी कामकाज पूरी क्षमता के साथ शुरू हो गया है, लेकिन ज्यादातर मंत्री अपने विभागों के कामकाज पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मुख्यमंत्री कैबिनेट बैठक में […]
एग्री बिजनेस अपनाकर नौकरी मांगने वाले नहीं देने वाले बनें युवा
केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने ग्वालियर में किया सेंटर फॉर एग्री बिजनेस इनक्यूबेशन एवं एंटरप्रेन्योरशिप का लोकार्पण भोपाल। ग्वालियर एवं चंबल क्षेत्र के किसानों एवं कृषि आधारित स्टार्टअप शुरू करने के इच्छुक युवाओं को बड़ी सौगात मिली है। केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने ग्वालियर में सेंटर फॉर एग्री बिजनेस इनक्यूबेशन एवं […]
पांच अक्टूबर के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं बिजली कर्मी
भोपाल । बिजली वितरण कंपनी के निजीकरण को लेकर प्रदेश के सभी पांच कर्मचारी संगठन अब आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। इसके लिए उन्होंने संयुक्त मोर्चा बनाने के बाद सरकार को चेतावनी दे दी है कि वह पांच अक्टूबर तक सांकेतिक रूप से हड़ताल करेंगे और इसके बाद भी उनकी मांग […]