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त्वचा के रंग की पहचान करने वाले कैमरे बेच रहा है चीन, ऐसे हुआ खुलासा, जानें इसके बारे में सबकुछ

नई दिल्ली: चीन अपने देश के नागरिकों पर निगरानी रखने के लिए नए-नए प्रयोग करता रहता है. इसके लिए नए-नए तरीके के सीसीटीवी कैमरे भी बनाता रहता है, इसी को लेकर अमेरिका स्थित IPVM (इंटरनेट प्रोटोकॉल वीडियो मार्केट) ने एक खुलासा किया है. IPVM की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीनी निगरानी उपकरण निर्माता दहुआ यूरोप में ‘स्किन कलर एनालिटिक्स’ फीचर वाले कैमरे बेच रहा है. इस बात की जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने अमेरिकी मीडिया के हवाले से दी है.

अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मानव शरीर की विशेषताओं के लिए दहुआ के आईसीसी ओपन प्लेटफॉर्म गाइड में त्वचा का रंग और स्वभाव शामिल है. ऐसे में यह कैमरा स्वचालित तरीके से इस सामने से गुजरने वाले व्यक्ति की त्वचा का रंग निर्धारित करने का प्रयास करेगा. साथ ही फुटेज के रूप में उसे कैद करेगा. ऐसे में कैमरा अनुमान लगा रहा है या यह निर्धारित करने का प्रयास कर रहा है कि सामने वाले व्यक्ति की त्वचा का रंग कैसा है.


कैमरा से पर्सनल कंट्रोल कर रहा चीन
आईपीवीएम की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि त्वचा के रंग लगाने “पर्सनल कंट्रोल” करने जैसा है. यह एक ऐसी सुविधा है, जिसे दहुआ अपने स्मार्ट ऑफिस पार्क समाधान के हिस्से के रूप में पेश करता है जिसका उद्देश्य चीन में बड़े कॉर्पोरेट परिसरों के लिए सुरक्षा प्रदान करना है.

इन देशों को बेच रहा कैमरा
रिपोर्ट के अनुसार, चीनी निर्माता कंपनी दाहुआ तीन यूरोपीय देशों में स्किन कलर एनालिटिक्स फीचर वाले कैमरे बेच रही है, जिनमें. जर्मनी, फ्रांस और नीदरलैंड्स शामिल हैं. बता दें कि इन सभी देशों का हाल ही में नस्लीय तनाव का इतिहास रहा है. इससे पहले फरवरी, 2021 में आईपीवीएम और एक अमेरिकी अखबार ने रिपोर्ट करते हुए खुलासा किया था कि दहुआ ने चीनी पुलिस को उइगर समुदाय की रियल टाइम संकेत के साथ एक वीडियो निगरानी प्रणाली प्रदान की थी, जिसमें भौंहों का आकार, त्वचा का रंग और जातीयता शामिल थी.

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