
नई दिल्ली । उत्तराखंड(Uttarakhand) के मुख्यमंत्री(Chief Minister ) पुष्कर सिंह धामी(Pushkar Singh Dhami) ने कहा कि राज्य के समग्र विकास(holistic development), देवभूमि की संस्कृति(Culture of the Land of Gods) व डेमोग्राफी की सुरक्षा के लिए कड़े फैसले लेने का सिलसिला जारी रहेगा। मदरसे बंद कराए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे इस शब्द से आपत्ति नहीं है, राष्ट्रवादी हूं, इसलिए आतंक की फैक्ट्री चलाने वाले संस्थान को नहीं बख्शूंगा। भाजपा सरकार ने साफ नीयत, स्पष्ट नीति और पारदर्शी प्रक्रिया के साथ शासन चलाने का संकल्प लिया है। आज उत्तराखंड में न तो किसी घोटालेबाज को संरक्षण मिलता है, न किसी भ्रष्टाचारी को बख्शा जाता है।
राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को धामी ने विस्तार से राज्य के 25 साल के सफर को ब्योरा रखा। उन्होंने फिर दोहराया कि वे राष्ट्रवादी हैं और निरंतर सख्त फैसले लेते रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने देवभूमि के सभी देवी-देवताओं, राज्य आंदोलन के शहीदों और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। डेढ़ घंटे के संबोधन में उन्होंने कहा कि नौ नवंबर 2000 से वर्तमान तक सभी मुख्यमंत्रियों ने अपने अपने तरीके से राज्य के विकास को गति देने का काम किया।
मुझे मदरसा शब्द से आपत्ति नहीं
अपनी सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए संकल्पित है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने कुछ प्रमुख फैसलों का जिक्र करते हुए अपना रुख साफ किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि मुझे मदरसा शब्द से आपत्ति है, लेकिन ऐसा नहीं है। जिस भी संस्थान में राष्ट्रविरोधी गतिविधियां और आतंक की फैक्ट्रियां चलेंगी, उस हर संस्थान से मुझे आपत्ति है।
धामी ने आगे कहा कि हमारी सरकार ऐसी गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। सरकार ने राज्यहित में अनेक ऐसे ऐतिहासिक एवं दूरगामी निर्णय लिए हैं, जिनका सकारात्मक प्रभाव आने वाली पीढ़ियों तक महसूस किया जाएगा।
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